प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को घर का काम काज करने की, बाहर आने जाने के काम करने की मनाही नहीं होती है। क्योंकि गर्भावस्था कोई बिमारी नहीं होती है जिसमे महिला को बिल्कुल आराम ही करना हो। लेकिन काम करते समय महिला को कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है ताकि माँ या बच्चे की सेहत पर किसी तरह का बुरा असर नहीं पड़े।
जैसे की यदि महिला काम कर रही है और उस काम को करने पर महिला के पेट पर जोर या दबाव पड़ रहा है तो महिला को वो काम नहीं करना चाहिए, काम करते समय यदि महिला को थकावट महसूस हो रही या सांस फूल रही है तो महिला को थोड़ा आराम करना चाहिए और फिर काम करना चाहिए, यदि बाहर आने जाने वाला काम है जो की आसानी से हो सकता है तो बिना ज्यादा भागदौड़ के महिला वो काम कर सकती है, आदि।
यदि महिला इन बातों का ध्यान रखती है तो महिला को कोई दिक्कत नहीं होती है। लेकिन यदि महिला की प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स होती है या महिला जरुरत से ज्यादा काम करती है तो इसके कारण महिला को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको जरुरत से ज्यादा काम करने के कारण प्रेग्नेंट महिला को क्या-क्या दिक्कत हो सकती है उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
पेट में दर्द ज्यादा हो सकता है
गर्भावस्था के दौरान पेट दर्द की समस्या होना आम बात होती है लेकिन इस समस्या का ज्यादा होना माँ व् बच्चे दोनों के लिए सही नहीं होता है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला ज्यादा काम करती है और उन काम को ज्यादा काम करती है जिन्हे करने से पेट पर असर पड़ता है जैसे की पेट के बल बैठकर काम करना, प्रेस करना, बाथरूम साफ़ करना, आदि। तो इसकी वजह से महिला को पेट दर्द, पेल्विक एरिया में दर्द, जैसी परेशानी अधिक हो सकती है। और इस परेशानी के अधिक होने पर महिला को ब्लीडिंग, गर्भपात, समय से पहले डिलीवरी जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
कमर में दर्द की समस्या हो सकती है
जरुरत से ज्यादा काम करने के कारण गर्भवती महिला को बैक पेन की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। वैसे भी प्रेगनेंसी के दौरान महिला को कमर में दर्द की समस्या होती है लेकिन जरुरत से ज्यादा काम करने के कारण महिला की यह परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में जिन कामों को करने में बैक पेन की समस्या हो जैसे की झुककर काम करना, लम्बे समय तक खड़े रहकर काम करना आदि इन्हे महिला को रूककर करना चाहिए।
पैरों में सूजन बढ़ सकती है
यदि प्रेग्नेंट महिला कोई ऐसा काम कर लेती है जिसमे महिला के पैरों पर दबाव अधिक पड़ता है जैसे की लम्बे समय तक रसोई में काम करते समय महिला यदि खड़ी रहती है। तो इसकी वजह से प्रेग्नेंट महिला को पैरों में सूजन की समस्या अधिक हो सकती है साथ ही महिला को जोड़ो में दर्द, पैरों में दर्द की समस्या भी हो सकती है। जिसकी वजह से महिला को चलने फिरने, आराम से सोने में दिक्कत बढ़ सकती है।
ज्यादा थकावट व् कमजोरी महसूस हो सकती है
प्रेग्नेंट महिला यदि जरुरत से ज्यादा काम कर लेती है तो इसके कारण महिला को थकावट व् कमजोरी की समस्या अधिक हो सकती है। और थकावट व् कमजोरी अधिक होने के कारण महिला को अन्य शारीरिक परेशानियां जैसे की बॉडी पेन, आदि होने का खतरा बढ़ जाता है।
नींद में कमी आ सकती है
ज्यादा काम करने की वजह से ज्यादा थकावट हो सकती है, ज्यादा शारीरिक परेशानियां गर्भवती महिला को हो सकती है। जिसकी वजह से महिला को नींद लेने में परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है। और जब महिला की नींद पूरी नहीं होती है तो इसके कारण महिला की परेशानियां और ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में बेहतर नींद लेने के लिए महिला को केवल उतना ही काम करना चाहिए जिसमे महिला को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो।
उठने बैठने में दिक्कत हो सकती है
प्रेग्नेंट महिला जब जरुरत से ज्यादा काम करती है तो इसकी वजह से बॉडी पार्ट्स में पेन बढ़ सकता है जिसकी वजह से महिला को उठने बैठने में परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है।
गर्भपात का खतरा हो सकता है
गर्भावस्था की पहली तिमाही में महिला को जितना हो सके आराम करना चाहिए क्योंकि यह समय बहुत ही नाजुक होता है। लेकिन यदि ऐसे में महिला जरुरत से ज्यादा काम करने लग जाती है तो इस कारण महिला को ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है और यदि महिला को ब्लीडिंग की समस्या अधिक हो जाती है तो महिला को गर्भपात जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
तनाव हो सकता है
ज्यादा काम करने के कारण थकावट बढ़ने लगती है, महिला को शारीरिक परेशानी अधिक हो सकती है, आदि। और जब महिला को शारीरिक परेशानी अधिक होती है तो आराम करने का मन भी नहीं होता है क्योंकि महिला अच्छी नींद नहीं ले पाती है। जिसकी वजह से महिला को स्ट्रेस महसूस हो सकता है।
सिर दर्द व् चक्कर की समस्या
गर्भवती महिला यदि जरुरत से ज्यादा काम कर लेती है तो इसकी वजह से महिला को आराम नहीं मिल पाता है। और आराम न मिल पाने के कारण महिला को सिर दर्द व् चक्कर जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। और सिर दर्द की समस्या बढ़ने के कारण महिला को ज्यादा दिक्कत होने की सम्भावना बढ़ सकती है।
स्किन से सम्बंधित समस्या या इन्फेक्शन होने का खतरा
गर्भवती महिला यदि घर का कोई ऐसा काम अधिक करती है जिसमे केमिकल का इस्तेमाल अधिक होता है। तो ऐसा काम अधिक करने के कारण प्रेगनेंसी के दौरान महिला को केमिकल की स्मेल से इन्फेक्शन व् केमिकल में अधिक काम करने की वजह से स्किन सम्बंधित समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
तो यह हैं कुछ समस्याएँ जो गर्भवती महिला को ज्यादा काम करने के कारण हो सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला को इन परेशानियों से बचे रहने और अपनी व् बच्चे के स्वास्थ्य को सही रखने के लिए जरुरत से ज्यादा काम करने से बचना चाहिए।
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