प्रेगनेंसी में कब सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए, प्रेगनेंसी एक ऐसा समय होता है जहां कुछ भी करने से पहले महिला को उसकी पूरी जानकारी इक्कठी करनी चाहिए। की जो आप कर रही हैं वो प्रेगनेंसी के दौरान सही है या नहीं। चाहे फिर वो घर का काम करना हो, बाहर घूमना हो या फिर प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाना हो। क्योंकि किसी भी चीज में बरती गई लापरवाही का बुरा असर प्रेगनेंसी के दौरान महिला व् उनके गर्भ में पल रहें पर पड़ सकता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला व् उनके पार्टनर बाकी सब चीजों के बारे में तो खुलकर डॉक्टर से बात कर लेते हैं।
लेकिन सम्बन्ध बनाने को लेकर खुलकर बात नहीं करते हैं। जो की गलत होता है। क्योंकि प्रेग्नेंट महिला को इस बारे में जानकारी होनी चाहिए की आखिर प्रेगनेंसी के दौरान कब सम्बन्ध बनाना सेफ होता है और कब नहीं। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको गर्भवती महिला की कुछ ऐसी स्थितियों के बारे में बताने जा रहें हैं की आखिर कब प्रेग्नेंट महिला को सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में
- गर्भावस्था की पहली तिमाही बहुत अहम होती है क्योंकि इस समय शिशु का विकास शुरू हो रहा होता है।
- ऐसे में सम्बन्ध बनाने पर पेडू की मांसपेशियों में सिकुड़न आ सकती है।
- जिसके कारण गर्भ पर बुरा असर पड़ सकता है और गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेगनेंसी में कब सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए जब ब्लीडिंग की समस्या हो
- प्रेगनेंसी के समय कुछ महिलाएं ब्लीडिंग की समस्या से ग्रसित होती है।
- शुरुआत में हल्का फुल्का ब्लड का धब्बा लगना गर्भ में शिशु के प्रत्यारोपण के समय हो सकता है।
- लेकिन यदि महिला को थोड़ी ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या हुई है तो महिला को डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
- और उसके बाद यदि आराम आ जाता है तो ब्लीडिंग की समस्या होने के बाद महिला को प्रेगनेंसी के बचे हुए समय में सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।
गर्भ में पल रहें शिशु को कोई दिक्कत हो
- अल्ट्रासॉउन्ड के बाद यदि डॉक्टर आपको बताते हैं की गर्भ में पल रहें शिशु के विकास में कोई कमी है या कोई अन्य दिक्कत है।
- तो भी प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
प्रेगनेंसी में कब सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए जब पहले गर्भपात हुआ हो
- यदि महिला का पहले कभी गर्भपात हुआ हो या गर्भपात का खतरा हो।
- तो भी प्रेगनेंसी के दौरान महिला व् पुरुष को सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।
- क्योंकि ऐसे में सम्बन्ध बनाने से गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है।
गर्भ में एक में ज्यादा शिशु के होना पर
- यदि प्रेग्नेंट होने पर महिला को पता चलता है की महिला के गर्भ में एक से ज्यादा शिशु हैं।
- तो ऐसे में भी प्रेग्नेंट महिला को सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।
समय पूर्व प्रसव पहले हुआ हो
- यदि महिला का दूसरी बार गर्भधारण हुआ है और पहला शिशु समय से पहले हो गया था।
- तो भी महिला को प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
- क्योंकि सम्बन्ध बनाने के कारण भी आपका दूसरी बार भी समय पूर्व प्रसव होने का खतरा हो सकता है।
प्रेगनेंसी में कब सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए जब सफ़ेद पानी की समस्या अधिक हो
- प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला को सफ़ेद पानी की समस्या अधिक हो तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
- इस समस्या के इलाज के लिए आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए।
- साथ ही इस समस्या के होने पर सम्बन्ध बनाने से भी गर्भवती महिला को बचना चाहिए।
- क्योंकि इससे गर्भवती महिला को इन्फेक्शन जैसी समस्या से परेशान होना पड़ सकता है।
गर्भ में शिशु के नीचे होने पर
- यदि गर्भ में शिशु क भार नीचे की तरफ होता है।
- तो ऐसे में भी प्रेग्नेंट महिला को सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।
- क्योंकि इसके कारण गर्भ में शिशु को असहज महसूस हो सकता है।
प्रेग्नेंट महिला की इच्छा न हो
- गर्भावस्था के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को मूड स्विंग्स हो सकते हैं।
- जिसके कारण हो सकता है की प्रेग्नेंट महिला की सम्बन्ध बनाने की इच्छा में कमी आए।
- और महिला का सम्बन्ध बनाने का मन न हो तो प्रेग्नेंट महिला के पार्टनर को महिला को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
- और महिला के साथ सम्बन्ध बनाने को लेकर जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए।
पेट बाहर आने पर
- दूसरी तिमाही के बाद महिला के पेट का आकार ज्यादा बढ़ जाता है।
- ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।
- या फिर सम्बन्ध बनाते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि पेट पर किसी तरह का दबाव पड़ने पर महिला के साथ शिशु को भी गर्भ में असहज महसूस हो सकता है।
तो यह हैं कुछ स्थितियां जब प्रेग्नेंट महिला को अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि इन सब स्थितियों के होने पर प्रेग्नेंट महिला को सम्बन्ध बनाने में दिक्कत हो सकती है। और इस बारे में आपको डॉक्टर से शर्माना नहीं चाहिए बल्कि प्रेगनेंसी के दौरान जिस तरह सेहत से जुडी बातों को आप डॉक्टर से शेयर करते हैं। उसी तरह से इन बातों को भी डॉक्टर से एक बार जरूर पूछना चाहिए।