मच्छर दिखने में जितना छोटा होता है उतना ही गंभीर रूप से यह अपना असर छोड़ सकता है। वैसे तो मच्छर का कोई एक मौसम नहीं है यह सर्दी गर्मी दोनों ही मौसम में हो सकते हैं लेकिन मानसून यानी की बरसात के मौसम में इनका कहर ज्यादा बढ़ जाता है।
मच्छर के काटने पर दर्द, खुजली होना तो आम बात होती है लेकिन जब यह आपको काटता है तो इसका असर आपके शरीर के अंदर तक पहुँचता है। जिसकी वजह से बहुत सी बीमारियां होने का खतरा रहता है। और जब बात प्रेगनेंसी की हो तो गर्भवती महिला की इम्युनिटी वैसे ही कमजोर हो जाती है जिसके कारण महिला को संक्रमण होने का खतरा होता है।
ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला को मच्छर काटते हैं तो इसके कारण महिला को भी बहुत सी बीमारियां होने का खतरा रहता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को मच्छर काटने से कौन कौन सी बीमारियां हो सकती है।
मलेरिया
मच्छर के काटने के कारण महिला को मलेरिया होने का खतरा रहता है और इसकी वजह से महिला को सिर दर्द, बदन दर्द, कमजोरी, थकान, चक्कर आने जैसी परेशानियां अधिक होने लगती है। साथ ही इसकी वजह से गर्भवती महिला को बुखार भी बहुत तेजी से होता है और प्रेगनेंसी के दौरान बुखार ज्यादा होना गर्भपात जैसी समस्या खड़ी कर सकता है।
डेंगू
डेंगू नामक बिमारी भी मच्छर के काटने के कारण होती है और इसकी वजह से ठण्ड लगना, भूख में कमी, शारीरिक रूप से कमजोरी, चक्कर आना, कपकप छूटना, जैसी समस्याएँ महिला को हो सकती है। साथ ही डेंगू बुखार आसानी से ठीक भी नहीं होता है और इस बुखार में आई कमजोरी को दूर करने में बहुत दिन लगते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को अपने अपने आप को मच्छरों से सुरक्षित रखना चाहिए।
चिकनगुनिया
मच्छर के काटने के कारण चिकनगुनिया नामक बीमारी होने का भी खतरा रहता है और यह समस्या होने पर सबसे ज्यादा असर जोड़ो पर पड़ता है जिसके कारण जोड़ो में दर्द व् कमजोरी की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा आँखों में दर्द, नींद में कमी, सिर दर्द, शरीर पर दाने निकलना, जैसी समस्या महिला को हो सकती है। साथ ही इस बिमारी से आई कमजोरी को ठीक होने में कई बार छह महीने से भी ज्यादा का समय लगता है।
गैस्ट्रोएन्टराइटिस
यह बिमारी भी मच्छर के काटने के कारण होती है और इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर पेट व् पाचन क्रिया पर पड़ता है। जिसकी वजह से महिला को पाचन तंत्र में सूजन, पेट में ऐंठन, दस्त, उल्टी, डायरिया जैसी समस्या होने का खतरा रहता है। और इस समस्या के होने पर गर्भवती महिला को बहुत ज्यादा कमजोरी का अनुभव हो सकता है क्योंकि दस्त व् उल्टी के कारण शरीर में पानी की कमी होने का खतरा रहता है जिसके कारण यह दिक्कत बढ़ सकती है।
क्या मच्छर काटने का असर शिशु पर भी पड़ता है?
जी हां, मच्छर के काटने के कारण जो वायरस शरीर में पहुँचता है वह शिशु तक भी पहुँच सकता है। जिसके कारण गर्भस्थ शिशु के विकास में कमी, गर्भपात, समय से पहले बच्चे का जन्म जैसी समस्या हो सकती है।
तो यह हैं कुछ बीमारियां जो मच्छर के काटने के कारण गर्भवती महिला को होने का खतरा रहता है। ऐसे में गर्भवती महिला को जितना हो सके अपना ध्यान रखना चाहिए और मच्छर से बचाव के लिए मच्छर दानी लगाकर सोना चाहिए, पूरी बाजू के कपडे पहनने चाहिए, आस पास गंदगी जमा न हो इस बात का ध्यान रखना चाहिए, शाम के समय घर के खिड़कियाँ दरवाजे बंद रखने चाहिए, आदि।