प्रेगनेंसी में मशरुम

गर्भावस्था के दौरान खाने पीने में बहुत सी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं, क्योंकि खान पान में बरती गई थोड़ी सी लापरवाही गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में समस्या खड़ी कर सकती है। ऐसे में कौन सी चीज प्रेगनेंसी के दौरान खानी चाहिए और कौन सी नहीं इसके बारे में जानना बहुत जरुरी होता है। तो लीजिए आज हम प्रेगनेंसी के दौरान मशरुम का सेवन करने से जुड़े कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं की मशरुम का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान करना चाहिए या नहीं। तो इसका जवाब है हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान मशरुम का सेवन किया जा सकता है क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व गर्भवती महिला और भ्रूण दोनों के लिए उपयोगी होते हैं, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर इसका सेवन करना जरुरी होता है।

प्रेगनेंसी में मशरुम खाने के फायदे

गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान यदि पोषक तत्वों से भरपूर मशरुम का सेवन करती है तो इससे गर्भवती महिला को बहुत से स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदे मिलते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी में मशरुम खाने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

एंटी ऑक्सीडेंट्स

मशरुम में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स गर्भवती महिला की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाली समस्या से भी बचाने में मदद करते हैं। और गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम का मजबूत होना गर्भवती महिला को और गर्भ में पल रहे शिशु को हर तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करता है।

फाइबर

फाइबर की मात्रा भी मशरुम में मौजूद होती है जो गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को होने वाली कब्ज़ व् एसिडिटी की समस्या से सुरक्षित रखने में मदद करती है। साथ ही इसके कारण गर्भवती महिला के मेटाबोलिज्म को बेहतर रहने में मदद मिलती है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर तरीके से काम करती है।

आयरन

प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में आयरन की मात्रा का भरपूर होना बहुत जरुरी होता है, क्योंकि आयरन की कमी के कारण गर्भवती महिला को एनीमिया, शिशु के विकास में कमी, डिलीवरी के दौरान होने वाली परेशानी जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। और मशरुम का सेवन करने से बॉडी हीमोग्लोबिन की मात्रा को पर्याप्त बनाए रखने में मदद मिलती है जिससे गर्भवती महिला को इन सभी परेशानियों से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।

विटामिन डी

हड्डियों के विकास के लिए जरुरी कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए बॉडी में विटामिन डी का होना बहुत जरुरी होता है जो की मशरुम में मौजूद होता है। ऐसे में गर्भवती महिला की हड्डियों की मजबूती और भ्रूण की हड्डियों के बेहतर विकास के लिए भी गर्भवती महिला चाहे तो अपनी डाइट में मशरुम को शामिल कर सकती है।

प्रोटीन

मशरुम में मौजूद प्रोटीन कोशिकाओं की मरम्मत करने में बहुत फायदेमंद होता है, जिससे गर्भवती महिला की मांसपेशियों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।

कोलेस्ट्रॉल

हाई न्यूट्रिएंट्स से भरपूर मशरुम का सेवन करने से गर्भवती महिला के शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही बॉडी में कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रित रहने से गर्भवती महिला के हदय को भी सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।

गर्भावस्था में मशरुम खाने के नुकसान

  • बहुत दिन रखें हुए, काले पड़े हुए, मशरुम का सेवन करने से गर्भवती महिला को बचना चाहिए क्योंकि इसके कारण गर्भवती महिला को पेट सम्बन्धी समस्या का सामना अधिक करना पड़ सकता है।
  • कच्चे मशरुम का सेवन गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कारण एलर्जी, अस्थमा जैसी कई बीमारियों के होने का खतरा रहता है।
  • यदि गर्भवती महिला को मशरुम का सेवन करने से एलर्जी होती है या कोई और परेशानी होती है तो भी गर्भवती महिला को मशरुम का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • मोरेल मशरुम यह भी मार्किट में बहुत आसानी से मिल जाता है, इस तरह के मशरुम का सेवन यदि गर्भवती महिला ने कभी नहीं किया है तो प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से बचना चाहिए।

तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान मशरुम खाने से जुड़े कुछ टिप्स, इसके अलावा ताजे मशरुम को अच्छे से साफ़ करके, पानी में धोकर, अच्छे से पकाने के बाद ही गर्भवती महिला को इसका सेवन करना चाहिए ताकि इसके कारण गर्भवती महिला को किसी भी तरह की परेशानी न हो, और गर्भ में पल रहे शिशु को भी स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।

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