प्रेगनेंसी में नवरात्रि रखें या नहीं

बहुत सी गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान भी नवरात्रि का व्रत करना चाहती है, लेकिन ज्यादातर डॉक्टर्स प्रेगनेंसी में व्रत न करने की सलाह दे सकते हैं,और यदि कोई महिला व्रत रखना चाहती है तो वो रख भी सकती है। लेकिन नवरात्रि का व्रत रखते समय इस बात का ध्यान रखें की अब आप अकेली नहीं है आपकी गर्भ में पल रही जान भी आपके ऊपर ही निर्भर करती है। ऐसे में यदि आप व्रत रखना चाहती है तो आप रखें लेकिन यदि प्रेगनेंसी में अधिक कॉम्प्लीकेशन्स हैं, भूखे रहने से ज्यादा तबियत खराब होती है, पेट से जुडी समस्या या प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली समस्या से अधिक परेशान हैं, शिशु का वजन सही नहीं है तो ऐसे कुछ कारण होने पर महिला को व्रत नहीं रखने चाहिए। क्योंकि इससे गर्भवती महिला की दिक्कत बढ़ने के साथ शिशु पर भी असर पड़ सकता है। और यदि आपको प्रेगनेंसी के के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं तो आप व्रत कर सकती है लेकिन पूरी सावधानी के साथ ही व्रत को करना चाहिए, ताकि महिला की सेहत और शिशु के विकास पर नकारात्मक असर न पड़े।

प्रेगनेंसी में नवरात्रि का व्रत रखने पर इन बातों का ध्यान रखें

यदि आप गर्भवती हैं और नवरात्रि का व्रत करने जा रही है तो आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। ताकि आपके मन की इच्छा भी पूरी हो जाये और आपको व्रत के दौरान किसी भी तरह की परेशानी न हो। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी में नवरात्रि का व्रत रखते हुए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

खान पान

नवरात्रि के दिनों में कुछ चीजों का ही सेवन कर सकते हैं, साथ ही इस दौरान केवल लोग सुबह या शाम को ही खाना खाते हैं। लेकिन गर्भवती महिला को अपने खान पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कम आहार लेने के कारण महिला को भूख के कारण सिर में दर्द, चक्कर, बेहोशी, जी मिचलाना, थकान, कमजोरी जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में महिला को हर दो घंटे में कुछ न कुछ पौष्टिक आहार जरूर लेना चाहिए जैसे की फल, दही, आलू, आदि। इससे आपकी व्रत रखने की इच्छा भी पूरी हो जाती है और सेहत सम्बन्धी समस्या से भी बचे रहने में मदद मिलती है।

तरल पदार्थ

व्रत के दौरान पानी का सेवन भरपूर मात्रा में करें ताकि डीहाइड्रेशन की समस्या न हो। और पानी के साथ नारियल पानी, जूस, निम्बू पानी आदि का भी सेवन कर सकते हैं क्योंकि इससे पाचन क्रिया को बेहतर रहने और गर्भवती महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है। साथ ही प्रेग्नेंट महिला को निर्जल व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह गर्भवती महिला के साथ शिशु की दिक्कत को भी बढ़ा सकता है।

मीठा

व्रत के दौरान खाने की चीजों में मीठे का अधिक इस्तेमाल हो सकता है लेकिन प्रेग्नेंट महिला को अधिक मीठे के सेवन से बचना चाहिए। क्योंकि यह गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है लेकिन यदि आपकी मीठा खाने की इच्छा होती भी है तो फलों का सेवन भरपूर मात्रा में करें। इससे किसी तरह का नुकसान नहीं होगा क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से शुगर मौजूद होती है।

शारीरिक श्रम

व्रत के दिन खाना कम ही खाया जाता है, ऐसे में गर्भवती महिला को शारीरिक श्रम अधिक नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कारण महिला को थकान व् कमजोरी का अहसास हो सकता है। ऐसे में महिला को ज्यादा चलने, खड़े रहने वाले, पसीना आने वाले, थका देने वाले कमा से परहेज करना चाहिए। साथ ही सारा दिन एक ही जगह पर बैठे भी नहीं रहना चाहिए क्योंकि इसके कारण एसिडिटी की समस्या के कारण महिला को परेशानी हो सकती है।

चाय

कुछ महिलाएं व्रत रखने पर चाय का सेवन अधिक करने लगती है, लेकिन गर्भवती महिला को दिन में एक या दो कप से ज्यादा चाय का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण महिला को डीहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। साथ ही चाय का सेवन खाली पेट नहीं करना चाहिए और चाय के साथ कुछ न कुछ जरूर खाना चाहिए।

ज्यादा तेलीय आहार

व्रत के दौरान कुट्टू के आटे की पूड़ी, पकोड़े आदि का सेवन अधिक किया जाता है। लेकिन गर्भवती महिला को ज्यादा तेलीय व् मसालेदार आहार से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसके कारण महिला को पेट सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

भरपूर नींद

नवरात्रि का व्रत रखने पर महिला को अपनी नींद का भी भरपूर ध्यान रखना चाहिए, ताकि महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। रात को भरपूर नींद लेने के साथ दिन में भी थोड़ी देर गर्भवती महिला को जरूर सोना चाहिए।

गर्भवती महिला नवरात्रि का व्रत रखने पर क्या क्या खाएं

  • मौसमी फलों का सेवन भरपूर मात्रा में गर्भवती महिला को करना चाहिए।
  • खीरा, शकरगंद, आदि की चाट बनाकर महिला उसका सेवन कर सकती है।
  • रात के समय ड्राई फ्रूट को भिगोकर रख दें, और सुबह दूध के साथ गर्भवती महिला को उसका सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से महिला को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलने के साथ बॉडी को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है।
  • दही, छाछ, रायता आदि का सेवन भी जरूर करें।
  • साबूदाना भी व्रत के दौरान खाया जा सकता है, यह हल्का होने के साथ पचाने में भी आसान होता है। ऐसे में महिला चाहे तो इसकी खिचड़ी बनाकर इसका सेवन कर सकती है।
  • सामक के चावल व् आटे, कुट्टू के आटे का सेवन भी गर्भवती महिला कर सकती है। क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होते है।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान गर्भवती महिला को नवरात्रि रखने के दौरान करना चाहिए। ताकि नवरात्रि के दौरान महिला को किसी भी तरह की परेशानी न आये साथ ही शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से हो। इसके अलावा आपको नवरात्रि का व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से भी जरूर राय लेनी चाहिए।

Comments are disabled.