प्रेगनेंसी में सम्बन्ध बनाने के 9 फायदे

प्रेगनेंसी में सम्बन्ध

गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए बहुत ही नाजुक और परेशानियों से भरा समय होता है। क्योंकि इस दौरान बॉडी में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को शारीरिक परेशानियां हो सकती है। ऐसे में महिला को केवल अपने खान पान का ही नहीं बल्कि महिला क्या कर रही है, बैठने, उठने, आदि सभी बातों का अच्छे से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ताकि प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। ऐसे में कुछ भी करने से पहले गर्भवती महिला और उनका पार्टनर हर बात के लिए डॉक्टर या किसी अन्य व्यक्ति से सलाह जरूर लेते हैं। खासकर जब बात सम्बन्ध बनाने की आती है। प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाना चाहिए या नहीं? इसके लिए एक बार डॉक्टर से राय लेना ज्यादा बेहतर विकल्प होता है। क्योंकि यदि प्रेगनेंसी में किसी तरह की कॉम्प्लीकेशन्स नहीं है तो सम्बन्ध बनाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। जबकि प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स होती है तो डॉक्टर्स इसके लिए मनाही कर सकते हैं क्योंकि इसके कारण महिला या शिशु की सेहत को नुक्सान पहुँच सकता है।

गर्भावस्था में सम्बन्ध बनाने के फायदे

यदि प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर आपको सम्बन्ध बनाने के लिए आपको मंजूरी देते हैंं तो आप प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बना सकते हैं। साथ ही यदि आप सुरक्षित तरीके और सभी सावधानियों का ध्यान रखकर सम्बन्ध बनाते हैं तो इसके कारण गर्भवती महिला को बहुत से फायदे भी मिलते हैं, जिससे प्रेग्नेंट महिला और शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।

इम्युनिटी

प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण इम्युनिटी कमजोर हो सकती है जिसके कारण महिला को संक्रमण का खतरा रहता है। लेकिन यदि आप अपने पार्टनर के साथ मिलन करती है तो इससे इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद मिलती है जिससे गर्भवती महिला और शिशु को संक्रमण के खतरे से बचाने में मदद मिलती है।

ब्लड प्रैशर

ब्लड प्रैशर की समस्या का गर्भवती महिला को होना महिला के साथ शिशु पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान महिला के ब्लड प्रैशर का कण्ट्रोल में रहना बहुत जरुरी होता है। और ऐसे में यदि गर्भवती महिला अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध बनाती है तो इससे ब्लड प्रैशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। साथ ही इससे बॉडी में ब्लड फ्लो को भी बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है जो गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए बेहतर होता है।

तनाव

प्रेग्नेंट महिला का तनाव लेना महिला के साथ शिशु के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन गर्भवती महिला के सम्बन्ध बनाने के बाद बॉडी से एंडोर्फिन हार्मोन उत्सर्जित होता है जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को तनाव की समस्या से सुरक्षित रखने में मदद करता है। और साथ ही इससे महिला को प्रेगनेंसी के दौरान खुश रहने में भी मदद मिलती है।

दर्द

गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी के अंगो में दर्द की समस्या रह सकती है जिसके कारण कुछ महिलाएं ज्यादा भी परेशान हो सकती है। लेकिन गर्भवती महिला के सम्बन्ध बनाने से शरीर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है जिससे प्रेग्नेंट महिला को दर्द की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

कैलोरी

गर्भवती महिला की भूख प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ सकती है जिसके कारण महिला की अधिक खाने की इच्छा होती है। ऐसे में अधिक खाने के कारण वजन के अधिक बढ़ने की समस्या महिला को हो सकती है। और वजन का अधिक बढ़ना प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान यदि प्रेग्नेंट महिला सम्बन्ध बनाती है तो इससे बॉडी में मौजूद अतिरिक्त कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है, जिससे प्रेग्नेंट महिला के वजन को नियंत्रित रहने में मदद मिलती है।

प्यार बढ़ता है

प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने से बॉडी से ऐसे हॉर्मोन्स रिलीज़ होते हैं जो पति और पत्नी के बीच प्यार को बढ़ाने में मदद करते हैं। ऐसे में पति और पत्नी को अपने बीच प्यार को बढ़ाने के लिए पूरी सुरक्षा के साथ प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने चाहिए, ताकि प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने से किसी भी तरह की दिक्कत न हो।

नोर्मल डिलीवरी

गर्भावस्था के आखिरी दिनों में सम्बन्ध बनाने से गर्भाशय में संकुचन को बढ़ाने में मदद मिलती है जिससे प्रसव पीड़ा होने के चांस बढ़ते हैं। और महिला की नोर्मल डिलीवरी होने के चांस बढ़ते हैं। लेकिन इस दौरान बहुत अधिक सावधानी बरतने की जरुरत होती है।

बेहतर नींद

प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों, वजन बढ़ने के कारण प्रेग्नेंट महिला को अनिंद्रा की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिला यदि अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध बनाती है तो महिला को इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है। क्योंकि सम्बन्ध बनाने से बॉडी रिलैक्स महसूस करती है। जिससे महिला को बेहतर नींद लेने में मदद मिलती है।

डिलीवरी

प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में यदि गर्भवती महिला सम्बन्ध बनाती है तो इससे पेल्विक की मांसपेशियों को मजबूती मिलने में मदद मिलती है। जिससे यदि महिला महिला को नार्मल डिलीवरी होती है तो उस दौरान होने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है।

प्रेगनेंसी में कब सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए

  • यदि महिला का पहले गर्भपात हो चूका हो या फिर गर्भपात होने का दर हो।
  • प्रेगनेंसी के दौरान महिला को किसी भी तरह की शारीरिक समस्या हो।
  • गर्भ में दो या दो से ज्यादा शिशु के होने पर।
  • महिला को ब्लीडिंग या ऐंठन की समस्या हो।
  • यदि समय से पहले प्रसव होने की आशंका हो।
  • यदि एमनियोटिक थैली से तरल पदार्थ निकलने लगे।
  • सम्बन्ध बनाने में महिला किसी भी तरह की परेशानी का अनुभव करे।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान सम्बन्ध बनाने के कुछ फायदे, ऐसे में यदि प्रेगनेंसी के दौरान किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। तो पूरी सावधानी बरतते हुए आप भी अपने पार्टनर के साथ सम्बन्ध बना सकती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखे की यदि महिला तैयार नहीं है या महिला को कोई दिक्कत है तो सम्बन्ध बनाने से बचना चाहिए।

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