शहद स्वाद में मीठा होने के साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को खाने की हर चीज को लेकर इस बात का ध्यान रखना जरुरी होता है की उसे खाना चाहिए या नहीं। क्योंकि कुछ चीजें पोषक तत्वों से भरपूर तो होती हैं लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान उनका सेवन की मनाही होती है जैसे की कच्चा पपीता। लेकिन यदि प्रेग्नेंट महिला शुगर की समस्या से परेशान हैं, या डॉक्टर्स द्वारा आपको गेस्टेशनल शुगर होने का खतरा बताया गया है तो महिला को शहद के सेवन से परहेज करना चाहिए। बाकी ऐसी कोई दिक्कत न होने पर गर्भवती महिला शहद का सेवन कर सकती है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें की यदि आपको शहद के बेमिसाल फायदे चाहिए तो जरुरत के अनुसार (दिन में दो से तीन चम्मच तक) इसका सेवन किया जा सकता है। क्योंकि जरुरत से ज्यादा यदि किसी भी चीज का सेवन किया जाये तो वह गर्भवती महिला और शिशु दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रेगनेंसी में शहद का सेवन करने के फायदे
एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन, एमिनो एसिड व् अन्य खनिज से भरपूर शहद का सेवन यदि गर्भवती महिला करती है। तो ऐसा करने से प्रेग्नेंट महिला को बहुत से स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदे मिलते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को शहद का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टेरियल गुण गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु की इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को संक्रमण से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुण
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के कारण शहद का सेवन करने से प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को खांसी, गले में दर्द, गले में खराश, गले में इन्फेक्शन, सर्दी जैसी परेशानी से भी सुरक्षित रहने में मदद करता है। इसीलिए यदि कोई महिला सर्दियों में प्रेग्नेंट होती तो उसे रोजाना शहद का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि ठण्ड के कारण होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए शहद एक रामबाण उपाय है।
तनाव
बहुत सी गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान तनाव जैसी परेशानी से ग्रसित हो सकती है। ऐसे में तनाव जैसे खतरे से बचे रहने के लिए भी प्रेग्नेंट महिला शहद का सेवन कर सकती है। क्योंकि शहद का सेवन करने से गर्भवती महिला को एंटी ऑक्साइड मिलता है जो महिला को तनाव से बचाएं रखने में मदद करता है।
मॉर्निंग सिकनेस
प्रेग्नेंट महिला को मॉर्निंग सिकनेस यानी की सुबह उठते समय कमजोरी, बेचैनी का मसहूस होना बहुत आम बात है। लेकिन शहद का सेवन करने से गर्भवती महिला को इस परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है। और इस समस्या से बचाव के लिए प्रेग्नेंट महिला को नियमित सुबह एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद डालकर जरूर पीना चाहिए।
अनिंद्रा
बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव, प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों के कारण, वजन बढ़ने की वजह से बहुत सी गर्भवती महिलाएं अनिंद्रा की समस्या से परेशान हो सकती है। और नींद का पूरा न होना गर्भवती महिला की सेहत सम्बन्धी समस्या को बढ़ा सकता है, ऐसे में इस परेशानी से बचने के लिए और बेहतर नींद के लिए प्रेग्नेंट महिला के लिए शहद का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
फाइबर
बहुत सी गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान अपच, गैस, कब्ज़ जैसी परेशानी का सामना कर सकती है और इसका कारण वजन बढ़ने और बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं। लेकिन शहद का सेवन करने से गर्भवती महिला इस परेशानी से राहत पाने में मदद मिल सकती है क्योंकि शहद में फाइबर की मात्रा मौजूद होती है जो पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
एलर्जी
एंटी बैक्टेरियल गुणों से भरपूर शहद का सेवन करने से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह की एलर्जी की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
प्रेगनेंसी में शहद खाने के नुकसान
- अधिक मात्रा में शहद का सेवन करने से ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ने का खतरा रहता है जिसके कारण प्रेग्नेंट महिला को गेस्टेशनल शुगर होने का खतरा रहता है।
- यदि महिला जरुरत से ज्यादा इसका सेवन कर सकती है तो इसके कारण महिला को पेट में ऐंठन, पेट में दर्द, दस्त, जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
तो यह हैं कुछ फायदे जो प्रेग्नेंट महिला को शहद का सेवन करने से मिलते हैं। लेकिन महिला को शहद का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जरुरत से ज्यादा शहद का सेवन न करने के साथ अच्छी कंपनी का शहद लें, और उसके बाद ही उसका सेवन करें।
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