Proper sleeping position that you should know in Pregnancy

Proper sleeping position that you should know in Pregnancy


सोना हमारे डेली रूटीन का एक अहम हिस्सा होता है क्योंकि बेहतर और अच्छी नींद आपको फिट रखने में मदद करती है। जब हम सोते हैं तो हमारे शरीर और दिमाग को रेस्ट मिलता है जिससे शरीर की सभी प्रक्रियाएं बेहतर तरीके से काम करती है। इसीलिए तो कहा जाता है की स्वस्थ रहने के लिए एक दिन में कम से कम आठ घंटे जरूर सोना चाहिए। और आपको सोने के लिए किसी पोजीशन का ध्यान रखने की जरुरत नहीं होती है।

लेकिन जब बात प्रेग्नेंट महिला की होती है तो जितना प्रेग्नेंट महिला के लिए भरपूर नींद लेना जरुरी होता है उतना ही सोते समय अपनी पोजीशन का ध्यान रखना भी जरुरी होता है। जैसे की जिस पोजीशन में आप सो रहे हैं उसके कारण पेट पर दबाव नहीं पड़ना चाहिए, ज्यादा देर एक ही पोजीशन में नहीं सोना चाहिए, सोते समय पैर कैसे रखें इस बात का ध्यान रखना चाहिए, आदि। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको गर्भवती महिला को सोते समय पैरों का कैसे ध्यान रखना चाहिए इस बारे में बताने जा रहे हैं।

दोनों पैरों को आपस में जोड़कर न सोएं

गर्भवती महिला दोनों पैरों को आपस में जोड़कर सोती है तो इसके कारण पेट के निचले हिस्से पर दबाव पड़ सकता है। जिसके कारण महिला को नींद लेने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी पिल्लो का इस्तेमाल करना चाहिए या पैरों के बीच में तौलिया रखकर सोना चाहिए। जिससे पेट पर दबाव न पड़े और महिला को अच्छी नींद लेने में मदद मिल सके।

ऐसी पोजीशन में न सोएं जिससे पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से न हो

गर्भवती महिला को ऐसी पोजीशन में नहीं सोना चाहिए जिसमे पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से नहीं हो जैसे की पीठ के बल नहीं सोना चाहिए। क्योंकि पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से न होने के कारण महिला को पैरों में दर्द व् सूजन की समस्या अधिक हो सकती है। ऐसे में महिला को अच्छी नींद लेने के लिए पैरों के नीचे दो तीन तकिये लगाकर सोना चाहिए। जिससे पैरों से जुडी समस्या से निजात पाने में मदद मिल सके।

पैरों के बल या उल्टा होकर न सोएं

गर्भावस्था में महिला को पैरों के बल उल्टा लेटकर नहीं सोना चाहिए या फिर पेट के बल नहीं सोना चाहिए। क्योंकि पैरों के बल उल्टा लेटकर सोने से घुटनों का दबाव पेट पर पड़ता है और उल्टा होकर सोने से पेट पर दबाव पड़ता है। जिसके कारण महिला व् बच्चे दोनों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।

सोने के बाद उठते समय इन बातों का ध्यान रखें

प्रेग्नेंट महिला जब सोकर उठती है तब भी महिला को अपने पैरों का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए जैसे की पैरों को झटका देकर नहीं उठना चाहिए। पहले करवट लेकर उठते हुए आराम से पैरों को नीचे रखना चाहिए। उसके बाद आराम से उठना चाहिए। ताकि महिला को कोई दिक्कत न हो।

प्रेगनेंसी में सोने के लिए सबसे सही पोजीशन कौन सी है?

गर्भावस्था में बाईं और करवट लेकर सोना सबसे बेहतर पोजीशन होती है। क्योंकि इस पोजीशन में सोने से महिला के पेट पर कोई दबाव नहीं पड़ता है, बच्चे को कोई दिक्कत नहीं होती है। बल्कि इस पोजीशन में सोने से पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से होता है, बच्चे तक ब्लड और ऑक्सीजन अच्छे से पहुँचती है जिससे माँ और बच्चा दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। तो यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी इसी पोजीशन में सोना चाहिए क्योंकि इस पोजीशन में सोने से कोई परेशानी नहीं होती है और प्रेग्नेंट महिला को नींद भी अच्छी आती है।

तो यह हैं प्रेगनेंसी में महिला के नींद लेने से जुड़े कुछ टिप्स, यदि आप भी माँ बनने वाली हैं तो आपको भी सोते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि माँ और बच्चे दोनों को कोई भी दिक्कत न हो।

The proper sleeping position that you should know in Pregnancy

Video : प्रेगनेंसी में सोते हुए अपने पैरों और पोजीशन को ऐसे रखें Keep your feet like this while sleeping

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