प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले बदलाव
गर्भवास्था महिला के लिए ऐसी स्थिति होती है, जहां महिला के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा महिला के बॉडी शेप में भी बहुत से बदलाव आ सकते हैं, क्योंकि गर्भ में पल रहे शिशु का विकास बढ़ने के साथ गर्भाशय का आकार भी बढ़ने लगता है। और इसके कारण महिला का वजन बढ़ना, पेट बाहर की तरफ आना, स्तन में दूध बनने की प्रक्रिया शुरू होने के कारण स्तन में भारीपन व् स्तन के आकार का बढ़ना, आदि। और इन्हे लेकर महिला को परेशान होने की जरुरत नहीं होती है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में इन बदलाव का होना आम बात होती है। और डिलीवरी के बाद यह धीरे धीरे अपने आप अपनी शेप में आने लग जाते हैं।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान महिला को दूध आता है?
केवल गर्भ में शिशु के विकास के लिए ही नहीं बल्कि शिशु के जन्म के बाद भी कुछ समय तक शिशु अपने भरण पोषण के लिए अपनी माँ पर ही निर्भर करता है। ऐसे में शिशु के स्तनपान की तैयारी प्रेगनेंसी के दौरान ही शुरू हो जाती है। जिसमे गर्भवती महिला के स्तन में दुग्ध ग्रथियों का फैलाव होने लगता है, और जैसे जैसे प्रेगनेंसी आगे बढ़ती है वैसे वैसे दुग्ध उत्पादन की कोशिकाओं का विकास भी बढ़ता है। ऐसे में कुछ महिला प्रेगनेंसी के दौरान स्तन में कसाव, भारीपन, सूजन, स्तन का आकार बढ़ने जैसे बदलाव का अनुभव कर सकती है। साथ ही कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी की पहली तिमाही या डिलीवरी का समय पास आने पर स्तन से कुछ द्रव निकलता हुआ महसूस कर सकती है।
और यह भी कोई घबराने की बात नहीं होती है, बहुत सी महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान स्तन से हल्का भूरे रंग का द्रव निकलता हुआ महसूस हो सकता है। यह वही द्रव हो सकता है जिसे जन्म के बाद शिशु पहली बार पीता है, और इसे कोलोस्ट्रम कहा जाता है। ऐसा जरुरी नहीं है की हर एक गर्भवती महिला को ऐसा महसूस हो बल्कि कुछ गर्भवती महिलाएं इसे महसूस कर सकती है। और जन्म के बाद यही कोलोस्ट्रम यानि की माँ का पहले गाढ़ा दूध यदि शिशु को पिलाया जाता है तो इससे शिशु के शारीरिक विकास को बेहतर होने के साथ शिशु की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने में मदद मिलती है।
तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान महिला के स्तन से द्रव निकलने का कारण और यह द्रव क्या होता है इससे जुडी कुछ बातें, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में आने वाले की बदलाव को देखकर महिला को घबराना नहीं चाहिए बल्कि इसके लिए अपने घर के किसी बड़े या डॉक्टर से इसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए।