प्रेगनेंसी में स्ट्रेचमार्क्स
गर्भवस्था के दौरान गर्भवती महिला बहुत सी बदलाव से गुजरती है और यह बदलाव शारीरिक और मानसिक रूप से होने के साथ स्किन में भी दिखाई दे सकते हैं। जैसे की कुछ महिलाओं को दाग धब्बो, मुहांसे, रंग का दबना, स्ट्रेचमार्क्स जैसी परेशानियां हो सकती है। तो आज हम आपसे प्रेगनेंसी में स्ट्रेचमार्क्स से जुडी कुछ बातें करने जा रहे हैं, और प्रेगनेंसी के दौरान आपको यह समस्या न हो इससे बचने के लिए आप क्या कर सकती है इसके बारे में भी बताने जा रहे हैं। लेकिन सबसे पहले यह जानना जरुरी है की प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेचमार्क्स क्यों होते हैं।
प्रेगनेंसी में क्यों होते हैं स्ट्रेचमार्क्स?
गर्भवती महिला को पेट, जांघो, स्तन के आस पास स्ट्रेचमार्क्स की समस्या हो सकती है। और इनका कारण गर्भवती महिला का वजन बढ़ना, पेट का आकर बढ़ना, स्किन में कोलेजन का बढ़ना हो सकता है। जिसके कारण स्किन में खिंचाव के निशान आने लगते हैं जिसके कारण खुजली की समस्या भी महिला को हो सकती है। और यह दाग काफी बुरे भी लगते हैं और कुछ महिलाएं तो इनके कारण ख़ूबसूरती को कम हो गई है ऐसा सोचने लगती है।
प्रेगनेंसी में स्ट्रेचमार्क्स से बचने के टिप्स
यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचना चाहती है तो इसके गर्भवस्था के दौरान महिला को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचने के लिए क्या करना चाहिए।
स्वस्थ आहार
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिसमे एंटी ऑक्सीडेंट्स, विटामिन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, आदि भरपूर मात्रा में हो। क्योंकि यह सभी आहार महिला को स्वास्थ्य से फिट रखने के साथ स्किन को पोषण देने में भी मदद करते हैं। जिससे स्किन पर होने वाली स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।
नारियल तेल
गर्भवती महिला को नियमित रात को सोने से पहले नारियल तेल को अपने पेट पर हलके हाथों से लगाना चाहिए। और इस बात का ध्यान रखें की मालिश न करें, ऐसा करने से भी प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
बादाम तेल
स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचने के लिए प्रेग्नेंट महिला बादाम तेल का इस्तेमाल भी कर सकती है। क्योंकि बादाम तेल भी स्किन पर होने वाली परेशानी से निजात पाने में मदद करता है।
एलोवेरा जेल
स्किन को पोषण देने, स्किन की कोमलता और ख़ूबसूरती को बनाए रखने के लिए एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करने से भी गर्भवती महिला को फायदा मिलता है। इसीलिए गर्भवती महिला चाहे तो एलोवेरा जेल को भी हल्के हाथों से प्रेगनेंसी के दौरान पेट की स्किन पर लगा सकती है।
पानी
गर्भवस्था के दौरान गर्भवती महिला को पानी का सेवन भी भरपूर मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इससे बॉडी को हाइड्रेट रहने में मदद मिलती है। साथ ही बॉडी के हाइड्रेट रहने से स्किन की कोमलता को भी बरकरार रहने में मदद मिलती है।
वजन
प्रेगनेंसी के दौरान वजन बढ़ना अच्छी बात होती है लेकिन यदि वजन एक दम से अधिक बढ़ जाये तो न केवल इससे स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कत होने का खतरा रहता है। बल्कि इससे प्रेग्नेंट महिला की स्किन में खिंचाव भी बढ़ता है जिससे स्ट्रेचमार्क्स की समस्या होने के चांस ज्यादा हो जाते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को वजन को तेजी से नहीं बढ़ने देना चाहिए, इसके लिए खान पान में संतुलन बनाए रखने के साथ हल्का फुल्का व्यायाम भी महिला कर सकती है।
तो यह हैं कुछ आसान टिप्स जिनका इस्तेमाल करने से प्रेगनेंसी के दौरान महिला को होने वाली स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचने में मदद मिलती है। साथ ही स्किन की कोमलता को बनाए रखने में मदद मिलती है। और यदि डिलीवरी के बाद आपको स्ट्रेचमार्क्स दीखते हैं तो नियमित इन टिप्स का इस्तेमाल करने से इन्हे हल्का करने में मदद मिलती है।