गर्भावस्था में टमाटर
प्रेगनेंसी के दौरान महिला जितना संतुलित व् पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेती है उससे उतना ही गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों से बचे रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में भी फायदा मिलता है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान टमाटर को अपनी डाइट में शामिल करना गर्भवती महिला के लिए एक बेहतर विल्कल्प होता है, टमाटर का सेवन महिला कई तरह से कर सकती है। जैसे की सब्जियों का स्वाद बढ़ाने के लिए उनमे टमाटर का इस्तेमाल किया जाता है, किसी भी फल के जूस में टमाटर को मिक्स करके उसके जूस का आनंद लिया जा सकता है, सूप, सलाद आदि के रूप में भी टमाटर का सेवन किया जा सकता है।
प्रेगनेंसी में टमाटर खाने के फायदे
आयरन, कैल्शियम, विटामिन्स, फॉस्फोरस, फोलिक एसिड आदि जैसे पोषक तत्वों से भरपूर टमाटर का सेवन करने से गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में भी फायदा मिलता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान टमाटर का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।
एंटी ऑक्सीडेंट
टमाटर में लाइकोपीन नामक एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को संक्रमण जैसे की वायरल इन्फेक्शन, फ्लू के कारण होने वाली परेशानी जैसी समस्या से सुरक्षित रखने में मदद करता है। क्योंकि टमाटर का सेवन करने से गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम को मजबूत होने में मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल
एलडीएल नामक तत्व जो की टमाटर में मौजूद होता है, वह गर्भवती महिला के शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है। और यदि गर्भवती महिला का कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल रहता है तो इससे महिला को हदय सम्बन्धी समस्या से भी बचे रहने में मदद मिलती है।
एनर्जी
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को थकान व् कमजोरी का अनुभव होना आम बात होती है, ऐसे में टमाटर का सेवन करने से गर्भवती महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है। क्योंकि टमाटर में कैलोरीज़ भरपूर मात्रा में होती है जो गर्भवती महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है।
ब्लड प्रैशर
टमाटर में पोटैशियम की मात्रा भी पर्याप्त होती है जो ब्लड में सोडियम में लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है जिससे प्रेग्नेंट महिला को ब्लड प्रैशर के कारण होने वाली परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
आयरन
आयरन से भरपूर टमाटर प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को पर्याप्त बनाये रखने में मदद करता है जिससे गर्भवती महिला को खून की कमी के कारण होने वाली परेशानी से बचाने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर शारीरिक व् मानसिक विकास में मदद मिलती है।
फ्री रेडिकल्स की समस्या
फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभाव के कारण गर्भवती महिला या गर्भ में पल रहे शिशु हो होने वाले नुकसान से बचाव के लिए गर्भवती महिला को टमाटर का सेवन अपनी डाइट में जरूर करना चाहिए।
फाइबर
टमाटर में मौजूद फाइबर प्रेग्नेंट महिला को पेट सम्बन्धी समस्याओं जैसे की कब्ज़, एसिडिटी आदि से सुरक्षित रखने में मदद करता है। साथ ही टमाटर का सेवन करने से पाचन क्रिया को दुरुस्त तरीके से काम करने में मदद मिलती है।
ब्लड फ्लो
प्रेग्नेंट महिला की बॉडी में ब्लड फ्लो के बेहतर न होने के कारण गर्भवती महिला को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में टमाटर का सेवन करने से ब्लड फ्लो को बॉडी में बेहतर तरीके से होने में मदद मिलने के साथ ब्लड को साफ़ करने में भी मदद मिलती है जिससे प्रेग्नेंट महिला को ब्लड इन्फेक्शन जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
शिशु का विकास
फोलिक एसिड, विटामिन सी, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर टमाटर का सेवन करने से गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है। साथ ही इससे गर्भ में शिशु को हर तरह के संक्रमण से सुरक्षित रहने के साथ जन्म के समय होने वाली परेशानियों से भी सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान टमाटर का सेवन करने के कुछ फायदे लेकिन गर्भवती महिला को इसका सेवन जरुरत से ज्यादा भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि जरुरत से ज्यादा किसी भी चीज का सेवन करने से गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की टमाटर का पर्याप्त मात्रा में सेवन जहां ब्लड प्रैशर को कण्ट्रोल करने में मदद करता है वहीँ अधिक टमाटर का सेवन करने से ब्लड प्रैशर की समस्या के कारण गर्भवती महिला को परेशान भी होना पड़ सकता है।