बार बार यूरिन आना, यूरिन के रंग में बदलाव आना यह भी प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षणों में से एक होता है। ऐसे में इसमें घबराने की कोई भी बात नहीं होती है। लेकिन यदि गर्भावस्था के दौरान यूरिन के रंग में ज्यादा बदलाव महसूस हो, और ज्यादा दिनों तक हो तो इसे अनदेखा भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि पेशाब के रंग का ज्यादा पीला होना प्रेगनेंसी के दौरान परेशानी का कारण भी हो सकता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन का रंग पीला होने के क्या कारण होते हैं और किस तरह इस परेशानी से निजात पाया जा सकता है उस बारे में बताने जा रहे हैं।
गर्भावस्था के दौरान यूरिन के रंग में बदलाव आने के कारण
- यूरिन के रंग में बदलाव आना प्रेगनेंसी का लक्षण हो सकता है।
- प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण व् नई कोशिकाओं के निर्माण के कारण पेशाब का रंग सामान्य से ज्यादा पीला हो सकता है।
- डॉक्टर्स द्वारा प्रेगनेंसी के दौरान दिए गए विटामिन्स व् दवाइयों का सेवन करने के कारण भी ऐसा हो सकता है।
- यदि प्रेग्नेंट महिला को बुखार हो गया है तो बॉडी का तापमान बढ़ने के कारण भी ऐसा हो सकता है
- प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में पानी की कमी होने के कारण भी यूरिन का रंग पीला हो जाता है।
- गर्भावस्था के समय बहुत सी महिलाएं शरीर में खून की कमी की समस्या से ग्रसित हो सकती है और जिन महिलाओं के शरीर में खून की कमी होती है उन महिलाओं के यूरिन के रंग में बदलाव आता है।
- प्रेग्नेंट महिला को यदि पथरी या किडनी से जुडी कोई समस्या हो तो भी महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पीले रंग का पेशाब आ सकता है।
- यदि प्रेग्नेंट महिला को यूरिन इन्फेक्शन हो जाता है तो भी महिला के यूरिन का रंग पीला हो जाता है ऐसे में यूरिन के रंग में बदलाव आने के साथ ही यूरिन करते समय महिला को जलन, दर्द आदि की समस्या भी हो सकती है।
प्रेगनेंसी में यूरिन के रंग के पीले होने की समस्या से बचने के आसान उपाय
गर्भावस्था के दौरान यदि महिला के यूरिन के रंग में थोड़ा बदलाव आता है तो ऐसा होना बहुत आम बात होती है। लेकिन यदि यूरिन का रंग बहुत ज्यादा पीला होता है तो महिला को क्या करना चाहिए आइये जानते हैं।
पानी पीएं भरपूर
प्रेग्नेंट महिला को इस परेशानी से बचने के लिए पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए। क्योंकि पानी का भरपूर सेवन करने से बॉडी को हाइड्रेट रहने में मदद मिलने के साथ बॉडी में मौजूद विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में भी मदद मिलती हैं। जिससे गर्भवती महिला को शरीर में पानी की कमी पूरा करने और यूरिन इन्फेक्शन से निजात पाने में मदद मिलती है। जिससे यूरिन के रंग में आये बदलाव के कारण होने वाली दिक्कत से गर्भवती महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।
आयरन युक्त आहार खाएं
खून की कमी को पूरा करने के लिए गर्भवती महिला को उन चीजों का भरपूर सेवन करना चाहिए जिनमे आयरन व् विटामिन सी की मात्रा अधिक होतो है। ऐसे में महिला के शरीर में जैसे जैसे खून की कमी पूरी होती है वैसे वैसे महिला को यूरिन के रंग में आने वाले बदलाव को दूर करने में मदद मिलती है। और आयरन की कमी को पूरा करने के लिए प्रेग्नेंट महिला हरी सब्जियां खासकर पालक, चुकंदर, आंवला, संतरा, सेब, अनार, गाजर, टमाटर आदि का सेवन कर सकती है।
डॉक्टर से मिलें
यूरिन के रंग के ज्यादा पीले होने पर आपको इसकी जांच करवाने के लिए एक बार डॉक्टर से भी मिलना चाहिए। क्योंकि यदि ऐसा यूरिन इन्फेक्शन होने के कारण तो इन्फेक्शन का अधिक बढ़ना माँ व् बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। और डॉक्टर आपकी इस परेशानी का इलाज करने में आपकी मदद करेंगे ताकि आपको और बच्चे को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।
तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन के रंग के पीला होने के कारण व् उपाय। तो यदि ऐप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी शरीर में महसूस होने वाले बदलाव को लम्बे समय तक अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि बाद में यह आपके लिए ज्यादा बड़ी परेशानी कड़ी कर सकते हैं।