गर्भावस्था के दौरान महिला को खान पान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है की पूरे नौ महीने में महिला को एक ही तरह की डाइट लेनी चाहिए। बल्कि प्रेगनेंसी की तीनों तिमाहियों में बच्चे के बेहतर विकास और महिला को अपनी सेहत को सही रखने के लिए डाइट में बदलाव करना चाहिए। साथ ही महिला को बदलते मौसम के साथ भी अपनी डाइट में बदलाव करना महिला के लिए जरुरी होता है।
क्योंकि कुछ चीजें ऐसी होती है जिन्हे गर्मियों में खाना चाहिए और सर्दियों में नहीं, कुछ ऐसी होती है बारिश के मौसम में नहीं खाना चाहिए लेकिन गर्मी के मौसम में गर्भवती महिला उन खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसी खाने पीने की चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका सेवन प्रेग्नेंट महिला को सर्दियों में नहीं करना चाहिए।
ठंडी चीजें
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को ठंडी चीजें जैसे की ठंडा पानी, ठंडी कोल्ड ड्रिंक, बर्फ डालकर जूस, ठंडा दूध, फ्रिज से निकला ठंडा खाना, आइस क्रीम, बर्फ आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ठंडी चीजों का अधिक सेवन करने से सर्दी के कारण होने वाली परेशानियां हो सकती हैं। साथ ही ठंडी चीजों का अधिक सेवन करने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है जिसके कारण गर्भ में बच्चे और महिला दोनों को दिक्कत हो सकती है।
फ्रिज से तुरंत निकाले गए फ़ूड आइटम्स व् फल
ठण्ड के मौसम में गर्भवती महिला को फ्रिज से निकालें हुए फलों व् अन्य फ़ूड आइटम्स का तुरंत सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ठंडी चीजों का सेवन करने से गले में इन्फेक्शन, सर्दी, खांसी जुखाम जैसी परेशानी होने का खतरा रहता है।
जरुरत से ज्यादा मीठा
सर्दी के मौसम में मीठा खाने की इच्छा में बढ़ावा हो सकता है खासकर कुछ गर्भवती महिला को मीठा खाने की क्रेविंग अधिक हो सकती है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इस बात का ध्यान अच्छे से रखना है की महिला जरुरत से ज्यादा मीठा नहीं खाएं। क्योंकि जरुरत से ज्यादा मीठा खाने से गर्भवती महिला को वजन ज्यादा बढ़ने, जेस्टेशनल डाइबिटीज़ होने का खतरा होता है। जो माँ के साथ बच्चे की सेहत पर भी बुरा असर डाल सकता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को जितना हो सके जरुरत से ज्यादा मीठा नहीं खाना चाहिए।
चटपटा व् मसालेदार आहार
मौसम ठंडा होने पर महिला की तला, भुना, चटपटा, मसालेदार खाना खाने की इच्छा बढ़ सकती है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को अपनी इस इच्छा को कण्ट्रोल करके रखना है। और केवल बाहर का खाना ही नहीं बल्कि घर में भी ऐसी चीजों का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण महिला की पाचन सम्बन्धी परेशानी, कोलेस्ट्रॉल सम्बन्धी परेशानी, वजन बढ़ने की समस्या अधिक हो सकती है।
कैफीन
जब मौसम सर्दी का हो तो दिन में चाय कॉफ़ी पीने की इच्छा भी बढ़ जाती है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इस बात का ध्यान रखना है की महिला जरुरत से ज्यादा कैफीन का सेवन बिल्कुल नहीं करें। क्योंकि कैफीन का अधिक सेवन गर्भ में शिशु के विकास पर बुरा असर डाल सकता है।
बिना धुले फल व् सब्जियां
सर्दियों में मौसम में महिला को खाने की चीजों में साफ़ सफाई का भी खास ध्यान रखना है। और कोई भी फल या सब्जी को खाने में प्रयोग लाने से पहले महिला को अच्छे से धोना चाहिए। क्योंकि सब्जियों व् फलों को बिना धोये खाने में प्रयोग लाने से उन पर मौजूद बैड बैक्टेरिया शरीर में प्रवेश कर सकता है। जिसके कारण प्रेग्नेंट महिला व् बच्चे दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
बासी भोजन
प्रेग्नेंट महिला को सर्दी के मौसम में फ्रिज में रखें बासी भोजन को गर्म करके खाने से भी बचना चाहिए। क्योंकि ऐसे आहार में किसी तरह के पोषक तत्व नहीं होते है साथ ही महिला को पाचन सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।
ठंडी दही
ठण्ड के मौसम में महिला को ज्यादा ठंडी दही का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके कारण महिला को कफ कोल्ड जैसी परेशानी हो सकती है। साथ ही रात के समय तो गलती से भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए।
तो यह हैं कुछ चीजें जिनका सेवन सर्दी के मौसम में प्रेग्नेंट महिला को करने से बचना चाहिए। ताकि प्रेग्नेंट महिला व् बच्चे को सर्दी के कारण होने वाली परेशानियों से बचे रहने और स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।
What should a pregnant woman not eat in winter