प्रेगनेंसी में आलू खाना कितना फायदेमंद हैं, गर्भवती महिला को आलू खाने के फायदे, प्रेगनेंसी के दौरान कैसे आलू का सेवन नहीं करना चाहिए, गर्भवती महिला को आलू का सेवन करना चाहिए या नहीं
प्रेगनेंसी के दौरान खान पान को लेकर गर्भवती महिला को बहुत सी सावधानियां बरतनी पड़ती है। और कुछ चीजों को लेकर महिलाएं हमेशा असमंजस में रहती है की प्रेगनेंसी के दौरान इनका सेवन करना चाहिए या नहीं। जैसे की आलू, प्रेगनेंसी के दौरान आलू का सेवन करना चाहिए या नहीं इसके बारे में बहुत सी महिलाएं पूछती है। तो लीजिये आज हम आपको प्रेगनेंसी के आलू खाने से जुड़े कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं जैसे की प्रेगनेंसी में आलू खाना चाहिए या नहीं, आलू खाने के क्या फायदे होते है, और किस तरह के आलू का सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में आलू खाना चाहिए या नहीं
गर्भवती महिलाएं आलू का सेवन कर सकती हैं, क्योंकि आलू को पोषक तत्वों से समृद्ध माना जाता है। लेकिन आलू का बहुत अधिक सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें स्टार्च की मात्रा बहुत अधिक होती है जिसके कारण गर्भवती महिलाओं को गेस्टेशनल डाइबिटीज़ होने का खतरा भी रहता है। ऐसे में यदि आप आलू का सेवन करना चाहती है तो ताजे व् पर्याप्त मात्रा में ही इस का सेवन करें।
प्रेगनेंसी में आलू खाने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्वों का शरीर में होना बहुत जरुरी होता है, ताकि गर्भवती महिला को फिट रहने के साथ शिशु के बेहतर विकास में मदद मिल सके। और कार्बोहाइड्रेट, फोलेट, विटामिन बी, फाइबर आलू में भरपूर होते हैं, तो आइये आलू खाने से गर्भवती महिला और शिशु को कौन से फायदे मिलते हैं जानते हैं।
शिशु के दिमाग के विकास के लिए है फायदेमंद
गर्भ में शिशु के दिमाग के बेहतर विकास के लिए बॉडी में फोलेट की मात्रा का पर्याप्त होना बहुत जरुरी होता है। जो की आलू में पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है। ऐसे में आलू का सेवन करने से शिशु के दिमाग के बेहतर विकास में मदद मिलती है।
शिशु के शारीरिक विकास के लिए
शिशु की रीढ़ की हड्डी के विकास, शिशु के बाकी अंगो के विकास के लिए बॉडी में ग्लूकोस का भी पर्याप्त मात्रा में होना बहुत जरुरी होता है। और आलू में इसकी मात्रा पर्याप्त होती है जिससे शिशु के बेहतर शारीरिक विकास में मदद मिलती है।
एनर्जी से रखता है भरपूर
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को एनर्जी की भरपूर जरुरत होती है, ताकि प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों से गर्भवती महिला को बचाव करने में मदद मिल सके। और आलू का सेवन गर्भवती महिला को एनर्जी से भरपूर रखने में मदद करता है।
मेटाबोलिज्म बेहतर होता है
आलू में फाइबर की मात्रा भी पर्याप्त होती है, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान आलू का सेवन करने से गर्भवती महिला के मेटाबोलिज्म को बेहतर करने में मदद मिलती है। जिससे पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है, और पेट सम्बन्धी समस्या से भी प्रेगनेंसी के दौरान बचाव करने में मदद मिलती है।
प्रेगनेंसी के दौरान कैसे आलू का सेवन न करें
प्रेगनेंसी के दौरान गलत तरीके से आलू का सेवन महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, तो आइये जानते हैं की गर्भवती महिला को किस तरह का आलू का सेवन नहीं करना चाहिए।
अंकुरित आलू
आलू को बहुत दिन तक रखे रहने पर आलू पर अंकुर निकल आते हैं, और यदि गर्भवती महिला इस तरह के आलू का सेवन करती है। तो इसके कारण इस पर जमा हुआ हानिकारक बैक्टेरिया महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, ऐसे में गर्भवती महिला को अंकुर निकले हुए आलू का सेवन करने से बचना चाहिए।
फ्राइड आलू
अधिक मात्रा में आलू को फ्राई करके खाना गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि न तो इसमें पोषक तत्व होते हैं और न ही इससे किसी तरह का फायदा मिलता है।
खराब या गले सढे आलू
गले सढ़े आलू में सोलेनिन नाम का जहरीला पदार्थ होता है, जो गर्भवती महिला की सेहत के साथ गर्भ में शिशु के लिए भी परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे आलू का सेवन करने से प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को ऐसे आलू का सेवन करने से बचना चाहिए और आलू को अच्छे से पकाने के साथ ताजे आलू का सेवन करना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान आलू का सेवन करने से जुड़े कुछ खास टिप्स, इसके अलावा आलू का सेवन कितना करना चाहिए और कितना नहीं इसके बारे में एक बार डॉक्टर से भी जरूर राय लेनी चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान आपको हर तरह की परेशानी से बचाव करने में मदद मिल सके।