प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में बहुत से बदलाव आते है, और यह बदलाव केवल शारीरिक रूप से ही नहीं मानसिक रूप से भी आते है। ऐसे में महिला के गर्भवती होने पर उसे अपना दुगुना ध्यान रखना पड़ता है। ताकि प्रेग्नेंट महिला को और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रहने में और उसका विकास भी अच्छे से होने में मदद मिल सके। और इसके लिए जरुरी है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला की दिनचर्या सही होनी चाहिए। जैसे की महिला को अपने सोने और खाने के समय का ध्यान रखना चाहिए, व्यायाम कब करना चाहिए, आदि।
पूरे नौ महीने महिला को कोई न कोई परेशानी लगी रहती है, ऐसे में कई महिलाएं परेशान हो जाती है। जिसकी वजह से वो तनाव में भी आ सकती है, लेकिन महिला को जितना हो सके प्रेगनेंसी के समय खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने से बच्चे के विकास में मदद मिलने के साथ महिला भी स्वस्थ रहती है। क्या आप भी प्रेग्नेंट हैं? तो आपके लिए बहुत जरुरी है की प्रेगनेंसी के दौरान आप अपनी दिनचर्या का अच्छे से ध्यान रखें, तो आइये आज हम आपको बताते है की प्रेगनेंसी के दौरान आपकी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए।
प्रेगनेंसी में दिनचर्या को सही रखने के कुछ टिप्स:-
सुबह समय से उठे और सैर करें:-
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को सुबह समय से उठना चाहिए, और सैर करनी चाहिए। ऐसा करने से महिला को प्राकृतिक द्वारा फ्रेश ऑक्सीजन मिलती है, साथ ही महिला का मन शांत रहता है। और इससे महिला का शरीर भी फिट रहता है, और इसे महिला को और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को ही फायदा मिलता है। शुरुआत में महिला को प्रेगनेंसी में सुबह उठते समय परेशानी हो सकती है लेकिन फिर भी आपको धीरे धीरे इसे अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए।
दांत और मुँह की सफाई:-
सुबह सैर पर जाने से पहले या आने के बाद महिला को अपने मुँह और दांतो की सफाई अच्छे से करनी चाहिए। क्योंकि मुँह में जमा हुआ बैड बैक्टेरिया यदि आपके शरीर में जाता है तो इसके कारण शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अपने मुँह और दांतो की साफ सफाई का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।
डाइट पर ध्यान दें:-
स्वस्थ शिशु को जन्म देने के लिए जरुरी है की महिला भी स्वस्थ हो। और इसके लिए महिला को अपनी डाइट का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। महिला को हर दो से तीन घंटे में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। क्योंकि गर्भ में पल रहा शिशु भी महिला के भोजन से ही अपना विकास करता है। इसके लिए महिला को भरपूर मात्रा में मिनरल्स जैसे की आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और विटामिन आदि लेना चाहिए।
हल्का फुल्का व्यायाम और योगासन करें:-
प्रेगनेंसी के दौरान जितना आराम जरुरी होता है, उतना ही महिला को थोड़ा बहुत व्यायाम भी करना चाहिए। लेकिन व्यायाम न तो ज्यादा कड़ा करना चाहिए और न ही ऐसा व्यायाम करना चाहिए जिससे आपको परेशानी हो। हल्का फुल्का व्यायाम इसीलिए करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपके शरीर में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है साथ ही आपकी बॉडी को भी फिट रहने में मदद मिलती है।
पानी भरपूर पीए:-
पानी का सेवन वैसे भी दिन में कम से कम आठ से दस गिलास करना चाहिए। इससे आपके शरीर को ऊर्जा मिलती है साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में भी मदद मिलती है। पानी के भरपूर सेवन से आपको प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों से बचाव करने में भी फायदा मिलता है। पानी के अलावा आपको घर में बनाएं ताजे जूस का भी सेवन करना चाहिए।
कैफीन और नशीले पदार्थो से बचें:-
कई महिलाओ की आदत होती है की उन्हें चाय पीने का या कॉफ़ी पीने का बहुत शौक होता है। ऐसे में महिलाओ को अपनी इस आदत कोछोड देना चाहिए, क्योंकि यदि महिला प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह नशे का या अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करती है तो इसके कारण महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर भी बुरा असर पड़ता है। इसीलिए महिला को जितना हो प्रेगनेंसी के दौरान इन चीजों से परहेज करना चाहिए।
फोलिक एसिड व् अन्य मिनरल्स लें:-
कई महिलाओ को प्रेगनेंसी के दौरान आयरन की कमी की समस्या हो जाती है। ऐसे में महिलाओ को प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही प्रतिदिन फोलिक एसिड और विटामिन व् ने मिनरल्स का भरपूर सेवन करना चाहिए। क्योंकि यह मिनरल्स केवल प्रेग्नेंट महिला के लिए ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी फायदेमंद होते है। और इसे शिशु का विकास भी अच्छे से होने में मदद मिलती है, साथ ही शिशु के शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास भी अच्छे से होता है। साथ ही इससे महिला यदि आयरन का भरपूर सेवन करती है तो इससे महिला में खून की कमी को भी पूरा किया जा सकता है।
नींद भरपूर लें:-
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपनी नींद का भी अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण महिला का शरीर काफी कमजोर हो जाता है, और थकावट बहुत जल्दी होती है। ऐसे में महिला को नींद भरपूर लेनी चाहिए और यदि आपको ऐसा लगता है की रत को सोने से आपकी नींद पूरी नहीं हुई है तो आपको दिन में सो जाना चाहिए। इससे आपको फ्रेश महसूस होता है।
डॉक्टर से जांच:-
प्रेगनेंसी की शुरुआत में जैसे ही अआप अपने लिए एक डॉक्टर का चुनाव करते है, तो ऐसे में यदि आपके लिए वो डॉक्टर ठीक है तो उसे बदलना नहीं चाहिए। साथ ही जितनी भी जांच और टेस्ट आपको करवाने होते है उन्हें नियमित करवाएं। अल्ट्रासाउंड को समय से करवाएं, और यदि किसी भी समय आपको असहज महसूस होता है तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा डिलीवरी का समय पास आने पर आपको डॉक्टर के पास जाते रहना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान इन बातों का भी रखें खास ध्यान:-
- महिला को मानसिक तनाव नहीं लेना चाहिए बल्कि खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।
- डॉक्टर से नियमित जांच जरूर करवानी चाहिए, और उनके द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन जरूर करना चाहिए।
- महिला को यात्रा नहीं करनी चाहिए, ज्यादा भागदौड़ से बचना चाहिए।
- झुककर या पेट के बल किसी भी काम को नहीं करना चाहिए इससे आपको परेशानी का अनुभव हो सकता है।
- खान पान का ध्यान रखना चाहिए, मिनरल्स भरपूर लेने चाहिए।
- कच्चे मीट या अधपके मीट का सेवन नहीं करना चाहिए।
- महिला को सीधा होकर नहीं सोना चाहिए बल्कि करवट लेकर सोना चाहिए।
- महिला को प्रेगनेंसी के आखिरी महीनो में सूजन भी हो जाती है लेकिन यदि यह ज्यादा हो तो तुरत डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।
- साफ़ सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए, चाहे वो खाने को लेकर हो या महिला के शरीर की सफाई हो।
- पपीते, कटहल, इलायची, या ने चीजे जिनकी तासीर अधिक गर्म होती है, उनका सेवन नहीं करना चाहिए।
- महिला को तनाव नहीं लेना चाहिए, बल्कि प्रेगनेंसी के दौरान खुश रहना चाहिए इससे महिला और शिशु का विकास बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है।
- प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे आपको परेशानी हो, और साथ ही यदि कोई भी परेशानी हो तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- प्रेगनेंसी के दौरान यदि आखिरी महीनो में कभी भी आपको ऐसा महसूस हो की बच्चा मूवमेंट नहीं कर रहा है, और काफी समय हो गया है तो आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
तो यह है कुछ टिप्स जिनका ध्यान आपको प्रेगनेंसी के दौरान रखना चाहिए। इसके अलावा आपको प्रेगनेंसी की शुरुआत में एक और बात का खास ध्यान रखना चाहिए की आप अपने लिए एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव करें। ताकि प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही आपका इलाज सही हो सके। और इसके साथ महिला को ऊपर दिए गए टिप्स का भी खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसा करने से प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को ही स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।