गर्भावस्था में गुस्सा और चिड़चिड़ापन ऐसे दूर करें, प्रेगनेंसी में गुस्से से ऐसे पाएं निजात, प्रेगनेंसी में चिड़चिड़ापन दूर करने के तरीके, प्रेगनेंसी में ऐसे रखे तनाव से दूरी
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में बहुत से बदलाव आते हैं और यह बदलाव, शारीरिक और मानसिक रूप से होने के साथ महिला के स्वाभाव में भी परिवर्तन ला सकते हैं। और इनका कारण बॉडी में तेजी से हो रहे हार्मोनल बदलाव होते है, जिसके कारण मूड स्विंग होता रहता है। इसके घबराने की कोई बात नहीं होती है, लेकिन अधिक गुस्सा और चिड़चिड़ापन प्रेगनेंसी के दौरान तनाव को बढ़ा सकता है। और गर्भावस्था के दौरान तनाव महिला के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। तो ऐसे में प्रेगनेंसी में आने वाले गुस्से और चिड़चिड़ेपन से आप कैसे निजात पा सकते हैं आइये जानते हैं।
योगा करें
गर्भवस्था में होने वाली गुस्से और चिड़चिड़ेपन की समस्या को दूर करने के लिए सबसे पहले आपको सुबह समय से उठकर थोड़ी देर योगा जरूर करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपको पूरा दिन फ्रैश रहने में मदद मिलती है, साथ ही मानसिक रूप से भी फ्री रहने में मदद मिलती है। और योगा करते हुए इस बात का ध्यान रखना चाहिए की आप पेट के बल कोई योगा न करें।
अकेला न रहें
प्रेगनेंसी में अकेला नहीं रहना चाहिए क्योंकि इसके कारण गुस्सा और चिड़चिड़ापन ज्यादा होता है, अकेले होने के कारण आप सारा दिन अपने शरीर में होने वाले बदलाव ही देखती रहती है। इसीलिए प्रेगनेंसी में होने वाली इस समस्या को दूर करने के लिए आपको अपने परिवार, दोस्तों और पति के साथ समय बिताना चाहिए।
भरपूर आहार लें
उल्टी, कब्ज़, स्वाद में बदलाव आदि की समस्या का प्रेगनेंसी में होना आम बात होती है, लेकिन इसके कारण कई बार महिला बहुत ज्यादा परेशान हो जाती है। ऐसे में महिला को अपने आहार के साथ लापरवाही नहीं करनी चाहिए, साथ ही गुस्सा और चिड़चिड़ापन होने के कारण खाने से परहेज भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि यदि आप अपने आहार में भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों को शामिल करते हैं तो ऐसा करने से भी आपको इस परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है।
खुश रहने की कोशिश करें
प्रेगनेंसी के दौरान आप जितना खुश रहती हैं उतना ही शिशु का विकास भी बेहतर होता है, ऐसे में आपको खुश रहने के लिए आपको कुछ ऐसा काम करना चाहिए जिससे आपको ख़ुशी भी मिलें, और शरीर को किसी तरह का नुकसान भी न हो। यदि करती आप ऐसा हैं तो प्रेगनेंसी के दौरान आपको गुस्से और चिड़चिड़ेपन से निजात पाने में मदद मिलती है।
बातों को दिल से न लगाएं
कई बार मूड स्विंग्स होने के कारण महिला छोटी छोटी बातों को दिल से लगाकर परेशान हो जाती है, जिसके कारण गुस्सा आना स्वाभाविक हो जाता है। और चिड़चिड़ापन भी होने लगता है। ऐसे में महिला को ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए और बातों को नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करनी चाहिए।
बेबी से बातें करें
गर्भावस्ता में बॉडी में हो रहे बदलाव के कारण आप बहुत परेशान होना पड़ता है ऐसे में अपने ध्यान को कहीं और लगाना चाहिए। और इसका सबसे बेहतर तरीका होता है की आप गर्भ में पल रहे शिशु से बातें करें, ऐसा करने से आपको बहुत अच्छा महसूस होगा और गर्भ में पल रहे शिशु के साथ आपको अपने रिश्ते को बेहतर और स्नेह से भरपूर बनाने में मदद मिलेगी।
भरपूर नींद लें
प्रेगनेंसी के दौरान कई बार नींद पूरी न लेने के कारण शरीर में बहुत कमजोरी व् थकान महसूस होने लगती है, जिसके कारण महिला चिड़चिड़ी हो सकती है और उसे अधिक गुस्सा आने लगता है, ऐसे में आपको अपनी नींद भरपूर लेनी चाहिए। और यदि रात को अपनी नींद पूरी नहीं होती है तो दोपहर में थोड़ी देर जरूर आराम करें, इससे आपको फ्रैश महसूस होने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ खास टिप्स जो प्रेगनेंसी के दौरान आपको गुस्से और चिड़चिड़ेपन की समस्या से निजात पाने में मदद करती है, साथ ही यदि आप मानसिक रूप से बहुत ज्यादा परेशान रहती है तो इसे भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, और एक बार डॉक्टर से बात जरूर करनी चाहिए।