प्रेगनेंसी में महिलाएं अक्सर यह गलतियां करती हैं, प्रेगनेंसी में महिला द्वारा की जाने वाली गलतियां, प्रेगनेंसी में न करें यह काम
प्रेगनेंसी में महिला द्वारा की गई लापरवाही का असर न केवल महिला पर पड़ता है बल्कि इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है। इसीलिए कहा जाता है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपना दुगुना ध्यान रखना चाहिए, लेकिन यह जानकर भी कई बार प्रेग्नेंट महिलाएं कुछ गलतियां कर देती है जिसके कारण उन्हें स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये जानते हैं की प्रेगनेंसी में महिलाएं कौन कौन सी गलतियां कर देती है।
बिना डॉक्टर की राय के दवाइयों का सेवन
प्रेगनेंसी की शुरुआत में बॉडी में बहुत तेजी से हार्मोनल बदलाव होते हैं, ऐसे में सिर में भारीपन, हल्का पैर दर्द, कमजोरी आदि का महसूस होना आम बात होती है। जिससे बचने के कुछ महिलाएं दवाइयों का सेवन करती है जो की आपको आराम तो दे देता है लेकिन प्रेगनेंसी में यह नुकसानदायक होता है।
खाने में लापरवाही
पहले तो ज्यादातर महिलाओं को पहले तीन महीने उल्टी की समस्या या स्वाद में बदलाव आने के कारण खाने का मन नहीं करता है, जिसके कारण महिला को ज्यादा परेशानी होती है। साथ ही कुछ महिलाएं बहुत ज्यादा खाती है, जो की डिलीवरी के बाद मोटापे की समस्या को आपके लिए खड़ा कर देती है, या फिर कुछ महिलाएं कम खाती है, जिसके कारण शिशु के विकास पर असर पड़ता है। ऐसे में महिला को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की प्रेगनेंसी के दौरान महिला सिर्फ अपने लिए नहीं खा रही है बल्कि शिशु को भी भरपूर पोषण की जरुरत है ऐसे में महिला को दिन में छह बार खाना चाहिए, और एक बार खाने की बजाय थोड़ा कम खाकर थोड़े समय के बाद खाएं।
व्यायाम करना बंद करना
प्रेगनेंसी के दौरान फिट रहने के लिए महिला का एक्टिव रहना बहुत जरुरी होता है, ऐसे में आपको हल्का फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए। इससे बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होने लगता है। लेकिन यदि महिला को आराम करने के लिए बोल दिया जाए तो कई बार वो पूरी तरह आराम करने लग जाती है, जिसके कारण उन्हें आलसपन आने के साथ प्रेगनेंसी में ज्यादा वजन बढ़ने की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। ऐसे में वॉक या थोड़ी देर योगा प्रेगनेंसी के दौरान करते रहना चाहिए।
खुजली करना
जिन महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स की समस्या होती है उसका कारण उनका पेट पर खुजली करना होता है, ऐसे में महिला इस बात का ध्यान नहीं देती है, जिसके कारण उसके पेट पर निशान हो जाते हैं, जो की काफी गंदे भी लगते हैं। ऐसे में महिला को इस समस्या से बचने के लिए प्रेगनेंसी के तीसरे महीने से ही नारियल का तेल पेट पर लगाना चाहिए।
नींद की कमी
प्रेगनेंसी के समय कुछ महिलाएं सोने के प्रति भी लापरवाही करने लगती है, जो की नहीं करना चाहिए, क्योंकि नींद की कमी का असर भी आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है। जिसके कारण आपको परेशानी का अनुभव हो सकता है। न ही बहुत ज्यादा सोना चाहिए और न ही बहुत कम सोना चाहिए, क्योंकि दोनों ही आपको नुकसान पहुंचाते हैं। इसीलिए आठ से दस घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।
बेबी बंप का ध्यान न देना
जैसे जैसे गर्भ में शिशु का विकास होता है वैसे ही वह हर चीज को महसूस करने लगता है, उसकी सुनने की क्षमता में भी विकास होता है, लेकिन महिला बेबी बंप का ध्यान नहीं देती है। जबकि महिला को बेबी बंप को प्यार से सहला कर उससे बातें करनी चाहिए, ऐसा करने से महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के रिश्ते को मजबूत होने में मदद मिलती है।
सोने के तरीके में गलती
सातवे महीने के बाद पेट ज्यादा बाहर आने लगता है ऐसे में महिला को सोने में परेशानी होती है, और कई बार सोने के तरीके में भी गलती करती है। जैसे की महिला यदि सीधी होकर सोती है तो इसके कारण बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर नहीं होता है, दायीं तरफ करवट लेकर सोने से महिला के लिवर पर दबाव पड़ता है। ऐसे में महिला को बायीं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए इससे महिला को ज्यादा परेशानी का अनुभव हो सकता है।
डिलीवरी के बारे में फैसला
कुछ महिलाएं दर्द से बचने के लिए पहले ही सोच लेती है की सिजेरियन डिलीवरी करवाएंगी, तो कुछ महिलाएं नोर्मल डिलीवरी के चक्कर में नौवें महीने में शरीर पर दबाव डालने लगती है जो की गलत होता है। ऐसे आपको किसी भी तरह की लापरवाही न करते हुए सही समय का इंतज़ार करना चाहिए और किसी भी तरह का स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह आपके लिए नुकसानदायक होता है।
तो यह हैं कुछ लापरवाही जो महिला प्रेगनेंसी के दौरान करती है और जिसके कारण महिला को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में यदि आप चाहती है की आप प्रेगनेंसी के दौरान फिट रहे और शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से हो तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए।