प्रेगनेंसी के दौरान पति पत्नी का रिश्ता
प्रेगनेंसी केवल महिला के लिए ही नहीं बल्कि उनके पार्टनर के लिए भी बहुत खुशीभरा अनुभव होता है। बस इसका अनुभव केवल महिला ले सकती है, लेकिन पत्नी यदि अपनी प्रेगनेंसी के अनुभव को अपने पार्टनर से शेयर करती है तो दोनों मिलकर इसका अनुभव उठा पाते हैं। ऐसे में इन लम्हो को खूबसूरत बनाने के लिए पति को अपनी पत्नी को भरपूर समय और साथ देना चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी में आने वाले उतार चढ़ाव के बाद भी आपका रिश्ता प्यार से भरपूर रहे। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला बहुत से शारीरिक के साथ मानसिक बदलाव से गुजरती है। जिससे हो सकता है की पति और पत्नी के रिश्ते में भी थोड़े बदलाव का अनुभव हो।
गर्भावस्था में पति पत्नी के रिश्ते में बदलाव
प्रेगनेंसी के दौरान पति और पत्नी के रिश्ते में बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं। लेकिन इन बदलाव के आने के बाद भी यदि इस समय पुरुष साथ को अपनी महिला पार्टनर का सपोर्ट करता है, उसका साथ देता है, तो प्रेगनेंसी में आने वाली महिला के लिए परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में पति पत्नी के रिश्ते में क्या बदलाव आ सकते है।
मूड की वजह से परेशानी
प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण मूड स्विंग्स का होना आम बात होती है। ऐसे में कई बार गुस्सा आने के कारण, चिड़चिड़ापन महसूस होने की वजह से हो सकता है, पति पत्नी के बीच कुछ बात हो जाए। जिसकी वजह से रिश्ते पर असर पड़े, लेकिन उस समय पति को अपनी पत्नी के मानसिक बदलाव के बारे में समझना चाहिए, और प्यार से उससे बात करनी चाहिए।
सम्बन्ध में बदलाव
गर्भवती महिला और पुरुष प्रेगनेंसी के दौरान भी सम्बन्ध बना सकते हैं, लेकिन इसमें महिला की रजामंदी का होना बहुत जरुरी होता है। ऐसे में हो सकता है की महिला का सम्बन्ध बनाने का मन न करें, तो इससे भी उनके रिश्ते पर असर पड़ सकता है। लेकिन पुरुष को इस बात से नराज़ होने की बजाय महिला की हालत को समझना चाहिए। साथ ही कुछ महिलाएं ऐसी भी होती है जिनका प्रेगनेंसी में अधिक सम्बन्ध बनाने की इच्छा हो सकती है।
केयरिंग
बहुत सी महिलाएं ऐसा अनुभव कर सकती है की उनके पार्टनर पहले से ज्यादा केयरिंग हो जाते हैं। खाने से लेकर उनके सोने तक का अच्छे से ध्यान रखते हैं। महिला को खुश रखने की कोशिश करते है, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान महिला को मानसिक रूप से फिट रहने में मदद मिलती है। जिससे गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को फायदा मिलता है।
ज्यादा अहमियत
ज्यादातर पुरुष अपनी पार्टनर की गर्भवती होने की खबर सुनकर ही उनकी हर बात का बिना बोले ही ध्यान रखने लग जाते हैं। हो सकता है की पहले आपके पति आपकी काल मिस कर देते हो, लेकिन प्रेगनेंसी के बाद आपकी मिस काल पर भी वो आपको फ़ोन करते हैं, पसंद का ध्यान रखते हैं, कोई भी दिक्कत होने पर आपकी समस्या का समाधान करने में मदद करते हैं आदि। इसका मतलब यह होते हैं की प्रेगनेंसी के बाद सबसे बड़ा बदलाव पति पत्नी के रिश्ते में यह आता है की रिश्ते की अहमियत बढ़ती है।
तो यह हैं कुछ बदलाव जो प्रेगनेंसी के दौरान पति पत्नी के रिश्ते में आ सकते हैं, लेकिन नौ महीने के बाद पति पत्नी के रिश्ते में प्यार को बढ़ाने के लिए एक नन्हा मेहमान आ जाता है, ऐसे में प्रेगनेंसी के समय हस्बैंड को अपनी वाइफ की पूरी केयर करनी चाहिए ताकि महिला की दिक्कतों को कम करने में मदद मिल सके।