प्रेगनेंसी चेक करने के अलग अलग 5 तरीके

प्रेगनेंसी की जांच

जब महिला के ओवरीज़ में होने वाले किसी अंडे के साथ पुरुष के शुक्राणु मिलते हैं, और निषेचन की प्रक्रिया होने पर जब महिला का गर्भ ठहरता है। तो उसी समय से ही बॉडी में हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं, जो कई बार महिला के बॉडी में प्रेगनेंसी के कुछ लक्षणों के रूप में महसूस भी हो सकते हैं, और प्रेगनेंसी का सबसे अहम लक्षण होता है की महिला के पीरियड्स मिस हो जाते हैं। लेकिन जब तक आप किसी घरेलू तरीके या प्रेगनेंसी टेस्ट का इस्तेमाल करके चेक नहीं करते हैं की महिला गर्भवती है या नहीं तब तक प्रेगनेंसी कन्फर्म नहीं होती है। प्रेगनेंसी की जांच करने के कई तरीके होते हैं, लेकिन घर में चेक करने के बाद एक बार डॉक्टर को जरूर चेक करवाना चाहिए, ताकि पूरी तरह से प्रेगनेंसी कन्फर्म हो सके।

प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के तरीके

पीरियड्स मिस होने के बाद यदि आपको ऐसा लगे की आपका गर्भ ठहर गया है, तो आप घर पर ही कुछ आसान तरीको का इस्तेमाल करके अपना प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है। और घर में प्रेगनेंसी टेस्ट करने का कोई एक तरीका नहीं होता है बल्कि कई तरीको का इस्तेमाल करके आप आसानी से प्रेग्नेंय टेस्ट कर सकती है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं कुछ तरीके जिनका इस्तेमाल करके आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है।

मार्किट से लाए प्रेगनेंसी टेस्ट किट

पीरियड्स मिस होने पर आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसे जानने के लिए आज कल मार्किट में आसानी से उपलब्ध प्रेगनेंसी टेस्ट किट का आप इस्तेमाल कर सकती है। इस टेस्ट को करने से पहले इस बात का ध्यान रखें की इसके लिए सुबह का सबसे पहले यूरिन इस्तेमाल करें, क्योंकि उस दौरान यूरिन में HCG हॉर्मोन अधिक सक्रिय होता है जिससे रिजल्ट सही आने के चांस बढ़ जाते हैं। और यदि आप शाम या किसी अन्य समय पर टेस्ट करती है, तो ध्यान रखें की आप टेस्ट से तीन या चार घंटे पहले वाशरूम न गई हो।

इस टेस्ट को करने के लिए सुबह एक सूखे ढक्कन में यूरिन लें, फिर प्रेगनेंसी टेस्ट किट को खोलें और उसमे से ड्रॉपर निकालें, ड्रॉपर में यूरिन लेकर टेस्ट किट में निर्धारित जगह पर दो से तीन बुँदे यूरिन की डालें। उसके बाद टेस्ट किट को सूखी और समतल जगह पर रखें, और चार से पांच मिनट बाद देखे, यदि उसमे दी गई दो लाइन डार्क हो जाती है, तो मुबारक हो आपका रिजल्ट पॉजिटिव है यदि एक ही लाइन डार्क रहती है तो यह नेगेटिव रिजल्ट होता है। आप चाहे तो प्रेगनेंसी टेस्ट को दो दिन बाद दुबारा भी करके देख सकती है।

टूथपेस्ट

घर पर मौजूद टूथपेस्ट भी प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, इस टेस्ट को करने के लिए आप एक खुली कटोरी में थोड़ा यूरिन लें, ध्यान रखें यह यूरिन भी सुबह का सबसे पहला यूरिन होना चाहिए। उसके बाद उसमे उतनी की मात्रा में सफ़ेद टूथपेस्ट भी मिलाएं। अब इसे अच्छे से किसी चीज से मिक्स कर लें, और रख दें। अब उसे दो से तीन मिनट बाद देखें, यदि उसमे झाग उठने लगे और उसका रंग नीला होने लग जाए तो इसका मतलब है की आपका परिणाम पॉजिटिव है, और यदि ऐसा कुछ भी न हो तो इसका मतलब रिजल्ट नेगेटिव है।

डेटॉल

डेटॉल का इस्तेमाल करके भी आप आसानी से घर में प्रेगनेंसी का पता कर सकते हैं, इस तरीके को करने के लिए आप एक कांच का गिलास ले लें, ध्यान रखें की गिलास सूखा हुआ हो। उसके बाद उसमे सुबह का थोड़ा पहला यूरिन (लगभग 15 मिली) लें, और उतना ही उसमे डेटॉल डाल दें। अब इसे अच्छे से मिक्स करके रख दें, दो से तीन मिनट बाद देखें यदि डेटॉल और यूरिन अच्छे से मिक्स हो गए है और पूरा मिश्रण सफ़ेद हो गया है तो यह प्रेगनेंसी रिपोर्ट के नेगेटिव होने की तरफ इशारा करते हैं। जबकि यदि डेटॉल यूरिन के ऊपर तेल की तरह तैरता हुआ दिखाई दें, और दोनों मिक्स न होकर अलग अलग हो जाए तो इसका मतलब आपका प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव है।

चीनी

थोड़े से यूरिन में थोड़ी सी चीनी डालकर उसे मिक्स करने की कोशिश करें, यदि चीनी यूरिन में घुलने की बजाए आपस में इक्कठी होने लग जाए। तो इसका मतलब यह होता है की आपका टेस्ट पॉजिटिव है और यदि चीनी यूरिन में घुल जाएँ तो यह नेगेटिव प्रेगनेंसी की तरफ इशारा करता है।

विनेगर

विनेगर यानी सिरका, सिरका का इस्तेमाल करके भी आप घर पर आसानी से प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है। इस टेस्ट को करने के लिए आप यूरिन और सिरका को बराबर मात्रा में मिलाएं। यदि आपको सिरके के रंग में कोई बदलाव नज़र आता है तो यह प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव का संकेत होता है, जबकि यदि यह अच्छे से मिक्स नहीं होते हैं और इसके रंग में कोई बदलाव नहीं आता है तो इसका मतलब यह नेगेटिव प्रेगनेंसी टेस्ट का संकेत देता है।

तो यह हैं वो पांच आसान तरीके जिन्हे आप पीरियड्स मिस होने के बाद प्रेगनेंसी है या नहीं, इसे जानने के लिए घर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। और यदि आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो दो दिन बाद दुबारा टेस्ट करें, उसके बाद भी यदि जाँच नेगेटिव ही रहे तो इसके लिए एक बार डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए की पीरियड्स के मिस होने का असली कारण क्या है।

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