प्रेग्नेंट महिला को पानी पीने का तरीका, प्रेगनेंसी में भरपूर पानी पीना क्यों है जरुरी, गर्भवती महिला को पानी पीने का सही तरीका, गर्भावस्था के दौरान कितना पानी पीना चाहिए, प्रेगनेंसी में पानी की कमी से होने वाले नुकसान, गर्भवती महिला को भरपूर पानी पीने के फायदे
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहा शिशु पूरी तरह से गर्भवती महिला पर ही निर्भर करता है, ऐसे में महिला के शरीर में होने वाले पोषक तत्वों की कमी, पानी की कमी, खून की कमी, आदि होने के कारण गर्भवती महिला की ही नहीं बल्कि, गर्भ में पल रहे शिशु की भी परेशानी बढ़ सकती है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करने के साथ पानी का भी भरपूर सेवन करने की सलाह दी जाती है। आम तौर पर दिन में आठ से दस गिलास पानी का सेवन करना व्यक्ति को स्वस्थ रखने के साथ एनर्जी से भरपूर रखने में भी मदद करता है। और प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ज्यादा ऊर्जा की जरुरत होती है ऐसे में महिला को भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में महिला को पानी पीने का तरीका और समय
गर्भवती महिला को दिन में एक ही बार पानी का सेवन नहीं करना है बल्कि थोड़े थोड़े समय के अंतराल पर पानी का सेवन करना चाहिए। ताकि महिला के शरीर में पानी की मात्रा को सही रखने में मदद मिल सके। तो आइये जानते हैं की महिला को कब और कितना पानी पीना चाहिए, और पानी पीते समय क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए।
- गर्भवती महिला को दिन में आठ से दस गिलास पानी का सेवन करने के साथ जूस, नारियल पानी आदि पेय पदार्थो का सेवन भी करना चाहिए।
- सबसे पहले गर्भवती महिला को सुबह उठकर एक गिलास पानी का सेवन करना चाहिए, हो सके तो आप गुनगुना पानी पीएं यह ज्यादा फायदेमंद होता है।
- उसके बाद फ्रेश होकर हल्का व्यायाम आदि करने के बाद फिर से निम्बू पानी, जूस, या नोर्मल एक गिलास पानी का सेवन करें।
- व्यायाम करने के बाद पानी का सेवन करने आधे घंटे बाद आप नाश्ता कर लें, और जितंना हो सके खाने के बाद पानी पीने से बचें।
- नाश्ता करने के आधे से एक घंटे बाद फिर से आप एक गिलास पानी का सेवन करें।
- उसके बाद दोपहर का भोजन लेने से आधे घंटे पहले फिर से एक गिलास पानी पीएं, और खाने के एक घंटे बाद फिर से एक गिलास पानी का सेवन करें।
- ऐसे में दिन में दो डेड से दो घंटे के अंतराल पर एक गिलास पानी जरूर पीएं इससे बॉडी में पानी मात्रा पर्याप्त रहने के साथ, आपको एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है।
पानी पीते समय रखें इन बातों का ध्यान
- पानी को ज्यादा गर्म करके न पीएं।
- एक साथ ज्यादा पानी का सेवन न करें, बल्कि थोड़ा थोड़ा करके पानी का सेवन करें।
- यदि आपके घर में पानी साफ़ करने की मशीन आदि नहीं है तो पानी को अच्छे से उबालकर ठंडा करने के बाद उसका सेवन करें।
- खाने के तुरंत बाद पानी पीने से बचें।
प्रेगनेंसी में पानी पीने के फायदे
गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी समस्याओं से परेशान रहती है, ऐसे में कुछ ऐसी परेशानियां भी है जिनका समाधान महिला के भरपूर पानी का सेवन करने से भी हो सकता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला के भरपूर पानी पीने से कौन कौन से फायदे मिलते हैं।
- प्रेगनेंसी के दौरान पानी का भरपूर सेवन करने से शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे संक्रमण से बचाव करने में मदद मिलती है।
- कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान कब्ज़, गैस, एसिडिटी की समस्या से परेशान रहती है। ऐसे में पानी का भरपयर सेवन पेट से सम्बंधित इन परेशानियों से निजात दिलाने में मदद करता है।
- मॉर्निंग सिकनेस से बचाव के लिए भी पानी का भरपूर सेवन फायदेमंद होता है।
- पानी का भरपूर सेवन प्रेगनेंसी में भी महिला की त्वचा की चमक को बरकरार रखने में मदद करता है।
- पानी का भरपूर सेवन प्रेगनेंसी में होने वाली सूजन की समस्या से निजात दिलाने में भी मदद करता है।
- शरीर में दर्द, सिर दर्द, आदि समस्या से निजात पाने के लिए भी गर्भवती महिला को भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए।
- गर्भवती महिला के शरीर में पानी की भरपूर मात्रा प्रेगनेंसी के दौरान महिला को एनर्जी से भरपूर रखने में मदद करती है।
- पानी की भरपूर मात्रा गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास, अच्छे से मूवमेंट, करने आदि में मदद करती है।
गर्भवती महिला को पानी की कमी से होने वाले नुकसान
प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला के शरीर में पानी की कमी होती है तो उसे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जो की गर्भवती महिला के साथ शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकती है। तो आइये अब जानते हैं की गर्भवती महिला को पानी की कमी से कौन कौन से नुकसान हो सकते हैं।
- पानी की कमी गर्भवती महिला के शरीर में दर्द, सूजन, चक्कर, कमजोरी आदि समस्या को बढ़ा सकती है।
- पेट से सम्बंधित समस्या, यूरिन इन्फेक्शन व् अन्य संक्रमण आदि होने के चांस भी बढ़ सकते हैं।
- एमनियोटिक फ्लूड में कमी का कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिसके कारण गर्भ में शिशु असहज महसूस कर सकता है।
- गर्भ में शिशु के विकास में कमी का एक कारण गर्भवती महिला के शरीर में होने वाली पानी की कमी भी हो सकती है।
- प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही शरीर में पानी की कमी समय पूर्व प्रसव का कारण भी बन सकती है। क्योंकि इसके कारण बॉडी में खिंचाव महसूस होने लग जाता है।
- शुरुआत के दिनों में पानी की कमी के कारण महिला को गर्भपात जैसी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है, क्योंकि पानी की कमी के कारण बॉडी ज्यादा हीट प्रोड्यूस करने लगती है, जिसके कारण गर्भाशय में संकुचन होने के कारण ऐसा हो सकता है।
- इसके कारण गर्भ में शिशु की त्वचा की नमी में भी कमी आ सकती है जिसके कारण स्किन सिकुड़ने लगती है।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान पानी पीने से जुड़े कुछ खास टिप्स, साथ ही यदि आप भी गर्भवती है तो आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए, ताकि आपको और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को इसका फायदा मिले। और पानी की कमी के कारण होने वाली परेशानियों से बचाव करने मे मदद मिल सके।