प्रेग्नेंट महिला के खाने के बर्तन
प्रेगनेंसी के दौरान हर गर्भवती महिला खान पान का अच्छे तरीके से ध्यान रखती है, ताकि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को ही नुकसान न हो। खाने के साथ खाने के बर्तनों का भी प्रेग्नेंट महिला को अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, बर्तन साफ़ सुथरे होने के साथ प्लास्टिक के भी नहीं होने चाहिए। और इसके लिए डॉक्टर भी मना करते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है की प्लास्टिक के बर्तनों में खाना गर्म करके खाने से या डिब्बाबंद प्लास्टिक के बर्तन में रखे खाने को खाने से गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु तक को नुकसान पहुँच सकता है।
क्यों गर्भवती महिला को प्लास्टिक के बर्तन में नहीं खाना चाहिए?
सभी गर्भवती महिला को प्लास्टिक के बर्तन में नहीं खाना चाहिए, क्योंकि प्लास्टिक में रखे खाने में गर्मी के कारण प्लास्टिक कुछ रसायन उत्सर्जित करता है, जो खाने में मिलकर गर्भवती महिला के शरीर में पहुँच जाते हैं। और यह केवल गर्भवती महिला को ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए गर्भवती महिला को डिब्बाबंद आहार और प्लास्टिक के बर्तन में रखे खाने को न खाने की सलाह दी जाती है।
गर्भवती महिला को प्लास्टिक के बर्तन में खाने से क्या नुकसान होते हैं?
यदि गर्भवती महिला प्लास्टिक के बर्तन में रखे आहार का सेवन करती है तो इसके कारण गर्भवती महिला को नुकसान पहुँच सकता है, और इसके कारण कौन सी परेशानियां हो सकती है आइये जानते हैं।
हार्मोनल अंसतुलन
प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाने के कारण गर्भवती महिलाओं को हार्मोनल अंसतुलन जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि इसमें बिस्फेनोल ए नामक रसायन हो सकता है जिसके कारण एस्ट्रोजन हार्मोन बहुत अधिक सक्रिय हो जाता है, और बॉडी के हार्मोनल गड़बड़ी हो सकती है। और बॉडी में हार्मोनल गड़बड़ी के कारण महिला की शारीरिक परेशानियां भी बढ़ सकती है।
कैंसर कारक
प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाने के कारण उसमे मौजूद रसायन खाने में मिलकर शरीर में पहुँच जाते है, जो कैंसर कारक का काम करते हैं। प्लास्टिक के बर्तनो का खान पान में अधिक इस्तेमाल करने के कारण कैंसर होने का खतरा भी रहता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान या वैसे भी प्लास्टिक के बर्तनों में खाने पीने से परहेज करना चाहिए।
शिशु के लिए हो सकती है परेशानी
यदि गर्भवती महिला प्लास्टिक के बर्तनो में खाना खाती है तो इसके कारण बॉडी में एस्ट्रोजन हॉर्मोन सक्रिय हो सकता है जिसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक के साथ मानसिक विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है। शिशु को मस्तिष्क से सम्बंधित बिमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
तो यह हैं कुछ नुकसान जो गर्भवती महिला को प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाने से हो सकते हैं। इसके अलावा गर्भवती महिला को प्लास्टिक की बोतल में पानी भी नहीं पीना चाहिए। और ओवन में भी खाना गर्म करते समय प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।