सर्दी का मौसम फरवरी तक रहता है मार्च में मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाता है। सर्दी से गर्मी के मौसम में बदलाव होने पर यदि सेहत के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही बरती जाये तो बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर प्रेग्नेंट महिला को अपना ज्यादा अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, खान पान, पहनावें आदि में सतर्कता बरतनी चाहिए। ताकि प्रेग्नेंट महिला को सेहत सम्बन्धी परेशानी होने के खतरे से बचे रहने में मदद मिल सके। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेग्नेंट महिला मार्च अप्रैल के महीने में क्या खाएं क्या नहीं इस बारे में बताने जा रहे हैं।
प्रेग्नेंट महिला मार्च अप्रैल के महीने में क्या खाएं
मार्च अप्रैल का महीना न तो बहुत ठंडा होता है न ही बहुत गर्म होता है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला ज्यादा ठंडी चीजें खाती हैं या गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करती है तो इसके कारण भी महिला को दिक्कत हो सकती है। ऐसे में महिला को क्या खाना चाहिए आइये जानते हैं।
रसदार फल
- मार्च अप्रैल के महीने में प्रेग्नेंट महिला को रसदार फलों का भरपूर सेवन करना चाहिए।
- क्योंकि इससे न केवल महिला को पोषक तत्व मिलते हैं।
- बल्कि बॉडी को हाइड्रेट रहने में मदद मिलती है।
- जिससे प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली दिक्कतों को कम करने में मदद मिलती है।
- रसदार फलों में जैसे संतरे, तरबूज, मौसमी आदि का सेवन करना चाहिए।
- इसके अलावा प्रेग्नेंट महिला को केला, अनार, सेब, आदि फलों का सेवन भी जरूर करना चाहिए।
हरी सब्जियां
- प्रेग्नेंट महिला को मार्च अप्रैल के मौसम में हरी सब्जियों का भी भरपूर सेवन करना चाहिए।
- क्योंकि हरी सब्जियों में सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा मौजूद होते हैं जैसे की फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम आदि।
- जो प्रेग्नेंट महिला व् शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होते है।
तरल आहार
- मार्च अप्रैल के मौसम में गर्भवती महिला को तरल पदार्थों का भी भरपूर सेवन करना चाहिए।
- इससे प्रेग्नेंट महिला को हाइड्रेट रहने, गर्भाशय में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को सही रखने, प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है।
- इसके लिए प्रेग्नेंट महिला को एक दिन में आठ से दस गिलास पानी पीने के साथ, निम्बू पानी, नारियल पानी, फलों का रस आदि का भी भरपूर सेवन करना चाहिए।
दही
- गर्भवती महिला को मार्च अप्रैल के महीने में दिन में एक कटोरी दही का सेवन भी जरूर करना चाहिए।
- क्योंकि दही का सेवन करने से गर्भवती महिला को न केवल पोषक तत्व मिलते हैं बल्कि इससे बॉडी के तापमान को सही रहने में मदद मिलती है।
- जिससे प्रेग्नेंट महिला व् शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
प्रेग्नेंट महिला मार्च अप्रैल के मौसम में खाएं टमाटर व् खीरा
- टमाटर व् खीरे का सेवन भी मार्च अप्रैल के महीने में प्रेग्नेंट महिला कर सकती है।
- इससे प्रेग्नेंट महिला को हाइड्रेट रहने व् शरीर के तापमान को सही रखने में मदद मिलती है।
- जिससे मौसम के बदलाव होने के कारण महिला को दिक्कतों से बचे रहने में मदद मिलती है।
अंडे
- प्रेगनेंसी के दौरान महिला अंडे का सेवन कर सकती है क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
- लेकिन ध्यान रखें की अंडा अच्छे से पका हुआ हो।
- इसके अलावा यदि मार्च अप्रैल में यदि महिला की दूसरी या तीसरी तिमाही हो तो महिला अंडे का सेवन कर सकती है।
- लेकिन यदि महिला की प्रेगनेंसी अभी शुरू हुई है तो महिला को अंडे का सेवन करने से बचना चाहिए।
प्रेग्नेंट महिला मार्च अप्रैल के महीने में क्या नहीं खाएं
गर्भवती महिला को मार्च अप्रैल के महीने में क्या क्या नहीं खाना चाहिए, जिससे महिला को परेशानी हो आइये जानते हैं।
गर्म तासीर वाली चीजें
- मार्च अप्रैल के महीने में ज्यादा गर्मी तो नहीं लेकिन गर्मी की शुरुआत जरूर हो जाती है।
- ऐसे में गर्मी के मौसम में यदि प्रेग्नेंट महिला गर्म तासीर वाली चीजें जैसे की ड्राई फ्रूट्स, खजूर, गोंद के लड्डू व् अन्य गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करती है।
- तो इसके कारण बॉडी का तापमान बढ़ सकता है जिसके कारण गर्भाशय में संकुचन का खतरा बढ़ जाता है।
- और प्रेग्नेंट महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेग्नेंट महिला मार्च अप्रैल के मौसम में नहीं खाएं ठंडी चीजें
- प्रेग्नेंट महिला को मार्च अप्रैल के महीने में ज्यादा ठंडी चीजें जैसे की आइस क्रीम, फ्रीज़ में रखे ठन्डे फल, आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- यहां तक की ठंडा पानी पीने से भी बचना चाहिए।
- क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला का इम्यून सिस्टम थोड़ा कमजोर हो जाता है।
- जिसके कारण मौसम के बदलाव के साथ एक दम ठंडी चीजों का अधिक सेवन करने से महिला को सूजन, सर्दी, खांसी जैसी परेशानियां हो सकती है।
अदरक
- सर्दी के मौसम में हो सकता है की कभी कभी प्रेग्नेंट महिला अदरक की चाय का सेवन करें।
- लेकिन मार्च अप्रैल के महीने में महिला को ऐसे करने से बचना चाहिए।
- क्योंकि अदरक की तासीर गर्म होने के कारण यह प्रेग्नेंट महिला की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
केसर दूध
- प्रेग्नेंट महिला के साथ शिशु के लिए भी केसर दूध बहुत फायदेमंद होता है।
- लेकिन मार्च अप्रैल के महीने में केसर दूध का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को बचना चाहिए।
- क्योंकि केसर की तासीर बहुत अधिक गर्म होती है जो प्रेग्नेंट महिला व् शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
- खासकर जिन महिलाओं ने अभी गर्भधारण किया है उन्हें तो केसर दूध का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
ज्यादा मसाले व् तेल युक्त आहार
- प्रेग्नेंट महिला को मार्च अप्रैल के महीने में ज्यादा मसालेदार व् तेलीय आहार का सेवन करने से भी बचना चाहिए।
- क्योंकि बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला की पाचन क्रिया धीमी पड़ सकती है।
- ऐसे में मौसम के बदलाव के साथ यदि आप अपने आहार में ज्यादा मिर्च मसालों व् तेल का इस्तेमाल करती है।
- तो इसके कारण आपकी पाचन क्रिया से जुडी परेशानी जैसे की कब्ज़, गैस आदि बढ़ सकती है।
तो यह हैं कुछ चीजें जिनका सेवन मार्च अप्रैल के महीने में महिला को करना चाहिए और नहीं करना चाहिए। यदि मौसम के बदलाव के साथ प्रेग्नेंट महिला इन बातों का ध्यान रखती तो इससे महिला व् शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।