Ptakhe Se Jalne Par Kya Kare?
पटाखे से जल गए हो तो ये हैं घरेलु उपचार, Home remedies for firecrackers burn, ptakhe se jalne par ye kare, पटाखे जलाते समय ये सावधानियां बरतें
दिवाली बहुत ही बड़ा और उमंग भरा त्यौहार है जिसे सभी अपने अपने तरीके से एन्जॉय करते है। जहां एक तरफ घर के बड़े और पडोसी आपस में मिठाइयां और गिफ्ट देकर अपना त्यौहार मनाते है वहीं दूसरी तरफ घर के बच्चे पटाखों और खान पान में अपनी मस्ती ढूंढते है। लेकिन कई बार उनकी यही मस्ती उनके लिए परेशानी का कारण बन जाती है।
दीपावली के पर्व पर पटाखे आदि फोड़ना बहुत ही पुरानी और मजेदार रीत है लेकिन इस रीत के साथ-साथ पूर्ण सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी है। क्योंकि अक्सर पटाखे फोड़ते समय की गयी जरा सी लापरवाही आपके और आपके बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
परन्तु आजकल के जिद्दी बच्चे किसी की बात नहीं सुनते और अकेले ही पटाखे फोड़ने चले जाते है जिसके कारण कई बार वे गंभीर हादसे का शिकार हो जाते है। दिवाली के समय होने वाली सबसे बड़ी परेशानी पटाखे जलाने के दौरान होने वाले हादसे ही होते है। ऐसे में पेरेंट्स को अपने बच्चों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए। ताकि बच्चो को होने वाले हादसों से बचाया जा सके।
दिवाली में पटाखे जलाते समय होने वाली सबसे बड़ी परेशानी हाथ जलने आदि की होती है। इसीलिए आज हम आपको दिवाली के दौरान पटाखों से जलने पर किये जाने वाले घरेलू उपचारों के बारे में बताने जा रहे है जिनकी मदद से आप इस समस्या का उपचार स्वयं घर पर ही कर पाएंगे। लेकिन एक बात का भी ध्यान रखें की अगर समस्या अधिक गंभीर है तो घरेलू उपचारों का प्रयोग करने की बजाए डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराएं।
पटाखे से जलने पर यह है घरेलू उपचार
टूथपेस्ट :
जलाने के तुरंत बाद हाथ या स्किन पर टूथपेस्ट या फाउंटेन पेन की इंक लगा देनी चाहिए। ऐसा करने से जलन कम होती है। साथ ही यह जलने पर होने वाले दर्द को भी दूर करती है। इनके प्रयोग से स्किन पर छाले भी नहीं होते।
तिल का लेप :
पटाखे से हाथ जल जाने पर तिल को पीसकर उसका लेप जले हुए स्थान पर लगाएं। तिल के प्रयोग से स्किन में होने वाली जलन और दर्द में राहत मिलेगी। तिल का पेस्ट लगाने से जले हुए स्थान पर जलने का निशान भी नहीं पड़ेगा।
शहद :
शहद को जले हुए स्थान पर लगाने से स्किन में ठंडक महसूस होती है। शहद को स्किन पर रगड़ने से समस्या हो सकती है ऐसे में उसे घाव पर हलके हाथों से लगाना ही बेहतर है। इससे जख्म जल्दी भर जाएगा। पटाखों से जलाने पर यह काफी कारगर उपाय है।
गाजर :
गाजर में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है जो घावों और चोटों को जल्द ठीक करने में मदद करती है। इसीलिए जलने पर सबसे पहले गाजर को पीसकर जले हुए स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से स्किन में आराम मिलेगा और लाभ भी होगा।
सिरका :
प्रयोग के लिए सिरके को थोड़े से पानी में मिलाएं। अब इसे किसी छोटे कपडे में भिगो कर जलने वले स्थान पर अच्छे से लगाएं। थोड़ी जलन महसूस होगी लेकिन फायदेमंद रहेगा।
आलू :
आलू में मौजूद गुण जख्मों को ठीक करने में बहुत लाभ कारी होते है। अगर पटाखे जलाने के दौरान आपका हाथ या शरीर का कोई हिस्सा जल जाए तो उस पर आलू को पीसकर लगाएं। इससे जलन वाले हिस्से पर ठंडक मिलेगा और फायदा होगा।
हल्दी :
आग या पटाखे से जल जाने के बाद हल्दी का पेस्ट बनाकर लगाने से राहत मिलती है। क्योंकि इसमें एंटी सेप्टिक गुण भी पाए जाते है तो यह चोट ठीक करने में भी मददगार होती है।
गाय का घी :
जले हुए स्थान पर गाय का घी लगाने से बहुत फायदा होता है। अगर पटाखे जलाते समय आपका हाथ भी जल गया है तो पीतल की थाली में सरसों का तेल, पानी और नीम की छाल मिलाएं और फिर उसमे गाय का घी मिला दें। ये उपाय आपका घाव जल्द से जल्द भर देगा।
एलोवेरा :
पटाखे से जल जाने के बाद जले हुए स्थान पर एलोवेरा जेल लगाने से भी बहुत लाभ होता है। इसके लिए एलोवेरा की पट्टी को तोड़कर उसका रस निकाल लें और उसे घाव पर लगाएं। इससे घाव जल्द ही ठीक हो जाएगा। और इसे लगाने से छाले भी नहीं होंगे।
नारियल का तेल :
नारियल तेल को जली हुई स्किन पर लगाने से बहुत फायदा होता है। प्रयोग के लिए जले हुए स्थान पर धीरे धीरे नारियल तेल लगाएं। कुछ ही दिनों में आपका घाव भरने लगेगा।
तुलसी के पत्तों का रस :
तुलसी के पत्ते हर घर में आसानी से मिल जाते है। पटाखों से जल जाने के बाद तुलसी के पत्तों का रस निकालकर उन्हें स्किन पर लगाएं। इसे जले हुए स्थान पर दाग आने की संभावना कम होती है और संक्रमण का खतरा भी नहीं होता।
आंखों के लिए :
पटाखे जलाने के दौरान आपको अपनी आंखों की सेफ्टी का खास खयाल रखना होगा। अगर फिर भी गलती से या किसी कारणवश आंख में चिंगारी या बारूद चला जाए तो आंखों को तुरंत पानी से धोएं। उसके बाद किसी अच्छे डॉक्टर के पास जाएं। अगर आप कांटेक्ट लेंस पहनते है तो आँखों को धोने से पजूरव कांटेक्ट लेंस साफ़ कर लें।