पीरियड्स से जुडी बहुत सी ऐसी परेशानियां होती है जिसका सामना कई बार कुछ महिलाओं को करना पड़ सकता है। जैसे की पीरियड्स का समय से पहले आना, पीरियड्स का एक हफ्ते से ज्यादा होना, ब्लीडिंग का ज्यादा होना, पीरियड्स का देरी से आना, आदि। वैसे पीरियड्स का चक्र अठाइस दिन का होता है लेकिन कई बार यह दो चार दिन ऊपर नीचे हो सकते हैं।
परन्तु यदि आपके पीरियड्स ज्यादा जल्दी आ जाते हैं या देरी से आते हैं तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। क्योंकि कई बार छोटी छोटी शारीरिक परेशानियों को अनदेखा करने पर यह बाद में गंभीर रूप ले लेती है। आज इस आर्टिकल में हम आपको पीरियड्स देर से होने के क्या- क्या कारण होते हैं उनके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
प्रेगनेंसी
पीरियड्स मिस होने का सबसे अहम कारण होता है महिला का गर्भाधारण कर लेना, ऐसे में महिला प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए पीरियड्स मिस होने के एक हफ्ते बाद घर में ही प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है। ताकि महिला को पीरियड्स लेट होने के कारण प्रेगनेंसी है या नहीं इसके बारे में पता चल सके।
हार्मोनल इम्बैलेंस
यदि महिला के शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस हैं तो इसके कारण शरीर की बहुत सी क्रियाएं प्रभावित हो सकती है। जिनमे से एक पीरियड्स का देरी से आना भी है।
डिप्रेशन यानी तनाव
जो महिलाएं तनाव की समस्या से ग्रसित होती है उन महिलाओं को भी पीरियड्स के देरी से आने की समस्या हो सकती है। क्योंकि तनाव के कारण शरीर में कुछ हॉर्मोन्स के स्तर में गिरावट आती है और वह हॉर्मोन पीरियड्स के देरी से आने जिम्मेवार होते हैं।
शारीरिक बीमारी
यदि आप किसी शारीरिक बीमारी से ग्रसित हैं यहां तक की आपको बुखार भी होता है तो इसके कारण भी शरीर की क्रियाएं प्रभावित होती है जिसकी वजह से पीरियड्स देरी से आने की समस्या हो सकती है। और जब आप उस बिमारी से ठीक होते हैं तो आपके पीरियड्स वापिस से नियमित हो जाते हैं।
दिनचर्या व् जीवनशैली
स्वस्थ रहने के लिए और शरीर की क्रियाओं के बेहतर तरीके से काम करने के लिए बहुत जरुरी होता है की आपकी दिनचर्या व् जीवनशैली सही हो। ऐसे में यदि महिला की दिनचर्या व् जीवनशैली में थोड़ा भी फेर बदल होता है तो इसकी वजह से भी महिला को पीरियड्स के देरी से होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
दवाइयों का सेवन
जो महिलाएं बर्थ कण्ट्रोल पिल्स का सेवन करती हैं उन महिलाओं के शरीर में भी हार्मोनल इम्बैलेंस की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से पीरियड्स में देरी जैसी समस्या का सामना महिला को करना पड़ सकता है।
ब्रेस्टफीडिंग
बच्चे के जन्म के बाद लगातार कुछ दिनों तक महिला को हैवी ब्लीडिंग होती है उसके बाद जब तक महिला शिशु को स्तनपान करवाती है तब तक महिला को पीरियड्स के देरी से होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
वजन
यदि आपका वजन बहुत ज्यादा बढ़ गया है या कम हो गया है तो भी आपके पीरियड्स लेट हो सकते हैं। शरीर में हुए बदलाव के कारण महिला को यह परेशानी हो सकती है इसीलिए महिला को एक दम से वजन घटाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
PCOS
PCOS यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यह एक शारीरिक समस्या होती है जो यदि किसी महिला को होती है। तो महिला को पीरियड्स में देरी होने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।
एक्सरसाइज़
यदि कोई महिला बहुत ज्यादा एक्सरसाइज़ करती है तो इस वजह से भी महिला को पीरियड से जुडी समस्या हो सकती है।
मेनोपॉज़
जिन महिलाओं को मेनोपॉज़ शुरू होने वाला होता है उन महिलाओं को भी पीरियड्स देरी से आने की समस्या हो सकती है। क्योंकि ऐसा होना मेनोपॉज़ का ही लक्षण होता है।
तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से महिला के पीरियड्स देरी से आ सकते हैं। यदि आपको भी यह समस्या है तो इनमे से कोई भी कारण हो सकता है साथ ही यदि आपको ज्यादा समय से यह समस्या है तो इसे अनदेखा न करते हुए तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
Reasons why your periods are late