गर्भावस्था के दौरान एक महिला को बहुत से बदलावों से गुजरना पड़ता है। गर्भवती महिला को अपनी बहुत सी आदते भी बदलनी पड़ती है। एक सेहतमंद गर्भावस्था के लिए जरुरी है के हम एक सहीं दिनचर्या को फॉलो करें। प्रेगनेंसी में अच्छे दिनचर्या को अपनाने से गर्भवती महिला और शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास भी पूर्ण रूप से होता है।
अपने शिशु की देखभाल के लिए जरुरी है के गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में ही आप अपनी आदतों में बदलाव लाये। इस लेख में हम आपको बतायेंगे की गर्भवती महिला की रोजाना रूटीन कैसी होनी चाहिए?
हाइड्रेट रहें
हमे यह मानना होगा की अक्सर हम अपने पानी पीने का ध्यान ही नहीं रखते है। हम अपने रोजाना के कामो में इतने व्यस्त होते है की जब हम प्यासे होते है तब भी हम पानी को आसानी से भूल जाते है। और हाइड्रेशन हमारे शरीर के हर अंग को प्रभावित करता है, खासतौर पर तब जब हम प्रेग्नेंट होते है या फिर नन्हें शिशु को स्तनपान करवाते हो।
हमारी डेली रूटीन में सबसे पहली आदत यही बदलनी है के हमे अच्छी मात्रा में पानी का सेवन करना है। एक गर्भवती महिला को रोजाना 8 से 10 ग्लास पानी या लगभग 2 लीटर पानी पीना ही है।
प्रेगनेंसी में आपके टेस्टबड्स बहुत जल्दी बदल जाते है ऐसे में आप सादे पानी से बोर भी हो सकती है। पर इसका मतलब ये नहीं की आप पानी ना पिए, बल्कि आप अपना दिमाग लगाए की आपको कैसे पानी का ज्यादा सेवन करना है। जैसे की आप अपने पानी में हर्ब्स, फ्रूट्स और फ्लेवर भी मिला सकती है। आप चाहें तो फलों का रस, सब्जियों का रस, हर्बल चाय, नारियल पानी आदि ले सकती है। क्योंकि हाइड्रेट करने का मतलब यह नहीं की सादा पानी पीना है बल्कि तरल मात्रा का सेवन कर पानी की कमी को दूर करना है। प्रेगनेंसी को दौरान किसे कितना पानी पीना चाहिए यह गर्भवती महिला के वेट पर निर्भर करता है। इसीलिए अपने पानी के लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए अपने डॉक्टरों से जरूर सलाह लें।
व्यायाम या योगा
स्वस्थ और एक्टिव रहने के लिए एक्सरसाइज सभी के लिए जरुरी होती है। परन्तु गर्भावस्था में योगा आपके और आपके बच्चे के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। पर ध्यान रखिये प्रेगनेंसी में हैवी एक्सरसाइज ना करके कुछ छोटे छोटे व्यायाम या फिर योग करनी चाहिए। योगा करने से डिलीवरी के समय आने वाले कम्प्लीकेशन का रिस्क कम हो जाता है।
रोजाना हल्के व्यायाम और योग करने से आप हैल्थी वेट गेन करेंगे। आपकी यह आदत प्रेगनेंसी के दौरान आपका ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल में रखेगी। इसके अतिरिक्त योगा आपके मूड़ को भी अच्छा रखेगी। हल्के व्यायाम में सुबह की सैर, थोड़ी बहुत स्विमिंग और एंटीनेटल योगा क्लासेस भी आप ज्वाइन कर सकते है।
संतुलित भोजन
गर्भावस्था के दौरान अक्सर सभी कहते है के हमे एक के लिए नहीं बल्कि दो के लिए खाना है एक अपने लिए और दूसरा अपने शिशु के लिए। परन्तु दो के लिए खाने का मतलब भोजन की डबल क्वान्टिटीय से नहीं बल्कि डबल पोषक तत्वों से होता है। प्रेगनेंसी में हमारे खाने की बहुत सी आदते बदल भी जाती है जैसे की जो हमे पहले अच्छा नहीं लगता जरुरी नहीं वो आज भी अच्छा ना लगे। और जो चीज खाने में बहुत पसंद है वो अब भी बहुत मजेदार लगे।
भोजन की एक साथ ज्यादा मात्रा ना खाकर, थोड़ी थोड़ी मात्रा में कम से कम 5 बार खाना चाहिए। छोटी छोटी मील में जूस, ताजे फल आदि को भी गिना जा सकता है। अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा वैरायटी रखें ताकि भरपूर पोषक तत्व मिल सकें।
मैदे से बनी चीजे जैसे पास्ता या ब्रेड को भोजन कम सेकम शामिल करें। चावलों को भी दो या तीन दिन में एक बार खाये। दाले, बिन्स, हरी सब्जियां आदि का ज्यादा सेवन करें। इनसे आपको भरपूर मात्रा में फाइबर मिलेगा।
कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन के लिए दूध और दूध से बनी चीजों का अच्छे से सेवन करें। जिन महिलाओं को दूध से एलर्जी हो या दूध ना पचता है वह सोया मिल्क का उपयोग कर सकती है। भीगे हुए बादाम को भी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इसके आलावा भोजन में सलाद को भी नियमित रूप से शामिल करें।
सेहतमंद नींद
आपकी नींदे शिशु के आने के बाद तो वैसे भी उड़ने ही वाली है। फिर भी अगर आप चाहते है अगर आपके बच्चे में नींद से जुडी अच्छे आदते हो वो आदतें आपको अभी से अपनानी होगी। डॉक्टरों के अनुसार भी प्रेगनेंसी में आठ घंटे की नींद बहुत जरुरी है।
दिन में भी एक छोटी सी नींद की झपकी आपके एनर्जी लेवल को पुरे दिन के लिए बरकरार रखेगी।
इन सभी आदतों के आलावा जो भी अच्छी आदते आप अपने शिशु में देखना चाहते है उन्हें आप अभी से अपनाये। वह सब चीजे आपको ख़ुशी भी पहुँचायेगा साथ ही आपको भविष्य के लिए भी तैयार करेगा।