प्रेगनेंसी के दौरान शिशु गर्भ में एक तरल पदार्थ में होता है जिसे की एमनियोटिक फ्लूड कहा जाता है और जिस थैली में यह फ्लूड होता है उसे पानी की थैली या बेबी बैग कहा जाता है। एमनियोटिक फ्लूड की मदद से गर्भ में पल रहे बच्चे के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है और शिशु सुरक्षित भी रहता है। साथ ही जब यह एमनियोटिक फ्लूड प्राइवेट पार्ट से बाहर निकलने लगता है तो इसका मतलब होता है की प्रसव होने वाला है क्योंकि पानी की थैली फट चुकी है।
लेकिन यदि यह थैली समय से पहले फट जाती है तो इसकी वजह से डिलीवरी समय से पहले हो जाती है जो की बच्चे के विकास के लिए सही नहीं होता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम गर्भावस्था के दौरान ध्यान रखने वाली छोटी छोटी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो समय से पहले पानी की थैली फटने की समस्या से आपको सुरक्षित रखने में मदद करती है।
किन महिलाओं को होती है समय से पहले पानी की थैली फटने की समस्या?
- जो महिलाएं अल्कोहल या धूम्रपान का सेवन करती है।
- जिन महिलाओं को यौन संक्रमण की समस्या हो।
- प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय या प्राइवेट पार्ट में होने वाले संक्रमण के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
- गर्भावस्था के दौरान ब्लीडिंग की समस्या जिन महिलाओं को रहती है उनकी पानी की थैली समय से पहले फटने की सम्भावना अधिक होती है।
- प्रेगनेंसी के दौरान महिला के वजन में कमी होना भी इस समस्या का कारण हो सकता है।
- गर्भवती महिला के शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
- जिन गर्भवती महिलाओं की पहले समय से पहले डिलीवरी हुई हो उन्हें भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- यदि प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स अधिक हो तो भी इस परेशानी के होने का खतरा अधिक होता है।
प्रेगनेंसी में समय से पहले पानी की थैली फटने से ऐसे बचाएं
गर्भावस्था के समय पानी की थैली यदि समय से फट जाये तो इसके कारण गर्भवती महिला व् बच्चे को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इस परेशानी से बचने के लिए गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। जैसे की:
संक्रमण से बचें
गर्भावस्था के दौरान महिला प्राइवेट पार्ट की साफ़ सफाई का अच्छे से ध्यान रखें ताकि महिला को प्राइवेट पार्ट या गर्भाशय में किसी तरह का संक्रमण नहीं हो और महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।
पोषक तत्वों से भरपूर ले आहार
शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना और प्रेग्नेंट महिला के वजन में कमी होने के कारण भी महिला को यह समस्या हो सकती है। ऐसे में इस परेशानी से बचे रहने के लिए महिला को पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेनी चाहिए और वजन सही रखना चाहिए। ताकि महिला को समय से पहले पानी की थैली फटने की समस्या से बचे रहने में मदद मिल सके।
लापरवाही से बचें
गर्भावस्था के दौरान बरती गई लापरवाहियों के कारण भी इस परेशानी के होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इस परेशानी से बचे रहने के लिए प्रेग्नेंट महिला को गर्भावस्था के दौरान किसी तरह की लापरवाही नहीं करनी चाहिए। साथ ही महिला भरपूर आराम भी करें क्योंकि जितना ज्यादा महिला आराम करती है उतना ही गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
नशीले पदार्थों का सेवन नहीं करें
कैफीन का अधिक सेवन करने से, धूम्रपान करने पर, अल्कोहल का सेवन अधिक करने की वजह से प्रेग्नेंट महिला की पानी की थैली समय से पहले फटने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए और नशीले पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
डॉक्टर से नियमित जांच
गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं से बचने के लिए प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर से नियमित जांच करवानी चाहिए। ताकि यदि कोई समस्या हो तो उसका साथ के साथ ही समाधान हो जाये। यदि प्रेग्नेंट महिला अपनी जांच समय से करवाती है, डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का सेवन समय से करती है। तो इससे प्रेग्नेंट महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
गर्भावस्था के समय पानी की थैली फटने पर क्या करें?
यदि महिला की पानी की थैली फट जाती है तो महिला को जल्द से जल्द डॉक्टर से बात कर हॉस्पिटल पहुँच जाना चाहिए। क्योंकि थैली फटने के बाद आपकी क्या कंडीशन है उसके बारे में सही से आपको डॉक्टर ही बता पाते हैं। ऐसे में यदि आप देरी करते हैं तो थैली का पानी खत्म होने पर गर्भ में शिशु को दिक्कत होने का खतरा होता है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान प्रेगनेंसी के दौरान रखने से गर्भवती महिला को इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है। साथ ही महिला को गर्भावस्था के दौरान अपने खान पान, रहन सहन का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए ताकि गर्भवती महिला और बच्चे को कोई भी दिक्कत नहीं हो।