शिशु गर्भ में कैसे सांस लेता है, गर्भ में शिशु सांस कब लेता है, गर्भ में शिशु कब से सांस लेना शुरू करता है, Baby breath in womb
गर्भ में शिशु क्या करता है क्या नहीं इसे लेकर गर्भवती महिला के मन में बहुत से सवाल होते हैं। तो आज हम ऐसे ही एक सवाल का जवाब आपको देने जा रहे हैं जिससे आप जान सकती है की क्या शिशु गर्भ में सांस लेता है या नहीं। गर्भ में शिशु का सांस लेना एक काल्पनिक बात, क्योंकि ज्यादातर सभी लोग ऐसा सोचते हैं की शिशु गर्भ में हलचल करता है तो सांस भी लेता होगा? आइये जानते हैं।
गर्भ में शिशु सांस लेता है या नहीं
शिशु जब माँ के पेट में होता है तो उसका खान पान, उसका विकास पूरी तरह से गर्भवती महिला पर निर्भर करता है। गर्भवती महिला जो भी खाती है उसी से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास होता है, जिस तरह अपनी सभी जरूरतों के लिए शिशु माँ पर निर्भर होता है, उसी तरह गर्भ में शिशु के लिए सांस भी माँ ही लेती है। और उसकी यह सभी जरुरत गर्भनाल द्वारा पूरी की जाती है। गर्भनाल के रास्ते ही शिशु तक ऑक्सीजन पहुंचाई जाती है जिससे उसका विकास बेहतर हो सके।
गर्भनाल गर्भ में बच्चे को ऑक्सीजन युक्त रक्त प्रदान करती है। जिससे मां बच्चे के लिए सांस लेती है, और शिशु से निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड को प्लेसेंटा के माध्यम से गर्भवती महिला के रक्त में ले जाया जाता है, जिसे महिला द्वारा सांस बाहर छोड़ने के माध्यम से बॉडी से बाहर निकाल दिया जाता है। साथ ही शिशु के फेफड़े गर्भ में उसी तरह कार्य नहीं करते हैं जैसे की वे शिशु के जन्म लेने के बाद करते हैं। जन्म से पहले एक बच्चे के फेफड़े एमनियोटिक द्रव से भरे होते हैं। लेकिन जन्म के बाद शिशु के बॉडी की सभी प्रक्रियाएं अपने आप ही शुरू हो जाती है।
तो यह हैं शिशु के गर्भ में सांस लेने से जुडी कुछ बातें, और इसका मतलब यह हैं की गर्भ में नन्ही सी जान के सांस लेने की जिम्मेवार भी गर्भवती महिला होती है, इसीलिए यदि गर्भ में शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर हो और आप एक स्वस्थ शिशु को जन्म देना चाहती है। तो इसके लिए गर्भवती महिला को एक बात का खास ध्यान रखना चाहिए की प्रेगनेंसी के दौरान अपनी सेहत के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न करें।