Tambe ke bartan me pani pine ke fayde :- पानी, हम सभी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसके अभाव में व्यक्ति बहुत चिंतित और परेशान हो जाता है जबकि इसके मिलते है वह ऐसे प्रसन्न होता है जैसे कोई अमृत मिल गया हो। एक तरफ देखा जाये तो पानी अमृत की ही तरह है। डॉक्टर हो या वैद्य सभी कहते है की अच्छी सेहत चाहिए तो जितना हो सके उतने पानी का सेवन करे। जो बिलकुल सत्य भी है। पानी से अच्छी दवाई कोई है ही नहीं। छोटे से बड़े रोग सभी में अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है।
लेकिन क्या आप जानते है की एक पात्र ऐसा है जिसका पानी पीने से मनुष्य के बड़े से बड़े रोग के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है। जी हां, हम बात कर रहे है तांबे के पात्र की। जो अक्सर आपके घरों में पूजा में प्रयोग किया जाता है। क्या आपने कभी सोचा है की सूर्य देव को जल अर्पित करने और माँ तुलसी को जल देने के लिए तांबे के पात्र का ही प्रयोग क्यों किया जाता है? निश्चित रूप से नहीं क्योकि कभी इसके बारे में सोचा ही नहीं। हम बताते है, कहते है तांबे के पात्र में रखा जल शुद्ध होने के साथ-साथ पवित्र भी होता है इसीलिए पूजा आदि सभी कार्यो में तांबे के पात्र का प्रयोग किया जाता है।
जरा सोचिये इसी तांबे के पात्र और गुणों के भरपूर पानी को एक साथ मिला दिया जाये तो क्या कहने। अरे-अरे हम ये नहीं कह रहे की तांबे के पात्र को पानी में घोल कर पीना है। हमारे कहने का तात्पर्य है यदि तांबे के पात्र में रखे पानी का सेवन किया जाये तो पानी के गुणों के साथ-साथ तांबे के गुण भी मिलेंगे। कहा जाता है सुबह सुबह तांबे के पात्र में रखे पानी का सेवन करने से कई रोग बिना दवाइयों के ही ठीक हो जाते है। रात को तांबे के बर्तन में रखे पानी को ताम्रजल कहा जाता है।
एक बात और इस पात्र में कम से कम 8 घंटे तक रखा हुआ पानी ही लाभदायक होता है। जिन व्यक्तिओ को कफ आदि की समस्या है वे इसमें कुछ तुलसी की पत्तिया डालकर इसका सेवन करें। पहले के समय के लगभग सभी व्यक्ति तांबे के पात्र में रखे पानी का महत्व जानते थे लेकिन आज के कुछ लोगो को छोड़कर बाकी सभी इसके गुणों से अपरिचित है इसलिए आज हम आपको तांबे के बर्तन में रखे पानी के फायदों के बारे में बताने जा रहे है। जिन्हें जानकर आपको आश्चर्य भी होगा और प्रसन्नता भी।
तांबे के पात्र में रखे जल का सेवन करने के फ़ायदे (Tambe ke bartan)
त्वचा को निखारे जिससे हमेशा दिखें जवान :-
तांबे के पात्र में रखा पानी हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यदि आप चाहते है की आपकी त्वचा पहले की तरह सुन्दर हो जाये तो इसके लिए रातभर तांबे के पात्र में रखे पानी को सुबह पियें। वैज्ञानिको ने पुष्टि की है कि तांबा मेलेनिन के उत्पादन का मुख्य घटक है। इसके अलावा ये त्वचा में नई कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है और साथ ही त्वचा के ढीलेपन को भी दूर करता है। नियमित रूप से इस पानी का सेवन करने से त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहती है।
थाइराइड की समस्या को करता है नियंत्रित :-
थायरेक्सीन हॉर्मोन में आयी गड़बड़ी के कारण थाइराइड उत्पन्न होता है। इसके मुख्य लक्षण तेजी से वजन घटना और बढ़ना होता है। इसके अलावा थकान महसूस होना भी इसी का लक्षण है। डॉक्टरी जाँच में पाया गया है तांबे में रखा पानी शरीर में आए थायरेक्सीन हॉर्मोन के असंतुलन को संतुलित करता है जिससे थाइराइड ग्रंथि ठीक से काम करना प्रारंभ कर देती है। इसीलिए कहते है कि तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करने से कई रोगों को नियंत्रित किया जा सकता है।
Tambe ke bartan ka jal गठिया रोग में है एक फायदेमंद उपचार :-
आज के समय में गठिया और जोड़ो का दर्द आम समस्या बन गया है। जिसके कारण हर दूसरा व्यक्ति इस समस्या से परेशान रहता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा लेकिन ये सत्य है। यदि गठिया के रोग से ग्रसित व्यक्ति रोजाना तांबे के पात्र में रखे जल का सेवन करे तो उसकी समस्या कुछ हद तक कम हो सकती है। तांबे में Anti Inflammatory गुण पाए जाते है जो जोड़ो के दर्द और जोड़ो में सूजन के कारणों को खत्म करता है।
दिल को रखे स्वस्थ जिससे बीमारियों का ख़तरा हो कम :-
आज कल के व्यस्त समय के कारण अधिकतर लोग तनावग्रस्त रहते है जिसके कारण दिल की बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इससे बचने के लिए प्रतिदिन रात को तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करें। इससे पुरे शरीर में रक्त का संचार अच्छा रहता है। इसके अलावा cholesterol और दिल की बीमारिया भी नियंत्रित रहती है।
खून की कमी को करे दूर :-
अधिकतर भारतीय महिलाओं में खून की कमी और अनीमिया की समस्या पायी जाती है। कहते है शरीर की अधिकतर क्रियाओ में तांबा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करके उन्हें रक्त धमनियों में प्रवाहित करता है। जिससे रक्त की कमी और इसके विकार की संभावना कम हो जाती है। इसीलिए आयुर्वेद में भी तांबे के पात्र में रखे पानी पीने की सलाह दी जाती है।
कैंसर से लड़ने में मदद करे Tambe ke bartan ka paani :-
कैंसर के रोगी को हमेशा तांबे के बर्तन में रखे पानी पीने की सलाह दी जाती है। इसे एक तरह से कैंसर का आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है। तांबे के पात्र में रखा हुआ पानी जल वात, पित्त और कफ की समस्या दूर करता है। इस जल में anti oxidents भी पाए जाते है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। कैंसर रोगी के लिए ये जल एक तरह से अमृत का काम करता है।
हानिकारक बैक्टीरिया को करे समाप्त :-
तांबे में मौजूद तत्व शरीर के कई बैक्टीरिया को समाप्त करने का कार्य करते है। मुख्य रूप से ईकोली पर ये अपना प्रभाव दिखाते है। ये बैक्टीरिया हमारे पर्यावरण में पाए जाते है जो हमारे शरीर में पहुंचकर उसे नुकसान पहुँचाते है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीलिया, हैजा और बैक्टीरिया से होने वाली कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है। यदि आपको ऐसा प्रतीत होता है की आपके द्वारा पीया जाने वाला पानी शुद्ध नहीं है तो उसे रात में तांबे के बर्तन में रख दे और अगले दिन उस का सेवन करे। यकीन मानिये बिना पैसा खर्च किये आपकी कई बीमारिया छू मंतर हो जाएँगी।
Tambe ke bartan ka paani वजन घटाने में सहायक :-
वजन घटाने के लिए फाइबर युक्त पदार्थो का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते है की तांबे के बर्तन में रखा पानी भी आपका वजन घटाने में सहायक हो सकता है। जी हां, इसमें मौजूद तत्व आपके शरीर की अतिरिक्त चर्बी को गलाने का काम करते है जिससे वजन नियंत्रित होता है। इसके अलावा इसके सेवन से शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा भी कम हो जाता है।
पाचन क्रिया को ठीक करे :-
पेट से जुडी समस्याएं जैसे एसिडिटी, कब्ज और गैस आदि के लिए भी तांबे के बर्तन में रखा पानी अमृत तुल्य माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में मौजूद toxics को बाहर निकालने के लिए तांबे के बर्तन में कम से कम 8 घंटे तक रखे पानी का सेवन करने से फायदा मिलता है। शोध के अनुसार, इससे पेट की सूजन और पाचन की समस्याओं से भी राहत मिलती है।
घाव और चोट को ठीक करने में मदद करे :-
तांबे में पाए जाने वाले एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इफ्लेमेटरी गुण कई तरह की समस्याओं को खत्म करने का काम करते है। जिसके कारण तांबा घावों को भी जल्द भरने का काम करता है। इसमें मौजूद गुण कई बैक्टीरिया को समाप्त करके घाव को जल्दी भरते है जिससे उसमे आराम मिलता है।
बढ़ती उम्र की निशानियो को कम करे :-
महिलाओं में बढ़ती उम्र की निशानिया सबसे जल्दी नज़र आती है। लेकिन जाँच में पाया गया है की तांबे के पात्र में रखे पानी के सेवन से in निशानियो को न केवल रोका जा सकता है बल्कि इन्हें समाप्त भी किया जा सकता है। तांबे में मौजूद Anti Oxidents झुर्रियां, fine लाइन्स, काले घेरे और free रेडिकल्स की समस्या को खत्म करने का काम करते है। इसके अलावा त्वचा की नई कोशिकाओं के निर्माण में भी ये गुण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
दिमागी विकास करे :-
व्यक्ति का दिमाग तंत्रिका प्रणालियो द्वारा कार्य करता है। लेकिन कई बार इनके कमजोर होने या ठीक से काम न करने के कारण ये सन्देश पहुँचाने में देरी करता है। कहते है तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करने से ये समस्या भी दूर हो जाती है। दिमाग की तंत्रिका मायलिन नामक तत्व से ढंकी होती है जिसके निर्माण में तांबे के बर्तन में रखा पानी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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