स्ट्रेचमार्क्स स्किन पर पड़ने वाले वो निशान है जो स्किन में खिंचाव होने के कारण या स्किन के सिकुड़ने के कारण होते हैं। जैसे की प्रेगनेंसी के दौरान धीरे धीरे गर्भाशय का आकार बढ़ता है जिसके साथ पेट का आकार भी बढ़ता है। और पेट का आकर बढ़ने के साथ स्किन पर लाइन्स बनने लगती है और जैसे जैसे पेट का आकर बढ़ता है वैसे वैसे यह लम्बे लम्बे धब्बों के रूप में दिखाई देने लगती है।
स्ट्रेचमार्क्स के पेट पर होने के कारण पेट काफी भद्दा दिखाई देने लगता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स तेहरवें हफ्ते से इक्कीसवें हफ्ते के बीच उभरने शुरू होते हैं। लेकिन यदि प्रेगनेंसी के दौरान स्किन की अच्छे से केयर की जाये तो स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। तो अब जानते हैं उन 10 टिप्स के बारे में जिन्हे ट्राई करने से प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
हाइड्रेटेड रहें
स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने के लिए प्रेग्नेंट महिला को पानी व् अन्य तरल पदार्थों का सेवन भरपूर करना चाहिए। क्योंकि जितना महिला हाइड्रेटेड रहती है उतना ही स्किन में लचीलेपन को बरकरार रहने, स्किन की नमी को बरकरार रहने में मदद मिलती है। और जितना स्किन में नमी और लचीलापन रहता है उतना ही स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
मॉइस्चराइजर लगाएं
प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने के लिए प्रेग्नेंट महिला को पेट पर रोजाना मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए। मॉइस्चराइजर लगाने से स्किन की नमी बरकरार रहती है जिससे स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से प्रेग्नेंट महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।
डाइट का रखें ध्यान
स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने के लिए प्रेग्नेंट महिला पोषक तत्वों से भरपूर डाइट खानी चाहिए। ताकि स्किन को भरपूर पोषण मिल सकें और स्किन से जुडी परेशानियों से महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बचे रहने में मदद मिल सके। इसके अलावा डाइट में महिला को विटामिन सी युक्त आहार जरूर लेना चाहिए क्योंकि विटामिन सी स्किन में कोलेजन के निर्माण में मदद करता है। जिसे झुर्रियों, स्ट्रेचमार्क्स व् अन्य परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।
थोड़ा व्यायाम भी करें
व्यायाम करने से गर्भवती महिला का वजन नियंत्रित रहता है साथ ही महिला के शरीर में ब्लड फ्लो को सही होने में मदद मिलती है। और यदि महिला का वजन कण्ट्रोल रहता है और शरीर में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है तो इससे भी प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
विटामिन डी
स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचाव के लिए विटामिन डी भी बहुत फायदेमंद होता है। और विटामिन डी के लिए प्रेग्नेंट महिला को थोड़ी देर धूप जरूर लेनी चाहिए साथ ही विटामिन डी युक्त डाइट का सेवन भी करना चाहिए। जैसे की प्रेग्नेंट महिला विटामिन डी के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकती है।
तेल से मालिश करें
प्रेगनेंसी के दौरान ओलिव आयल, नारियल तेल, अरंडी का तेल, आदि पेट पर लगाएं। ऐसा करने से स्किन की नमी बरकरार रहती है। साथ ही इससे स्किन को पोषण भी मिलता है जिससे आपको इस परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
एलोवेरा जैल
एलोवेरा जैल भी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ऐसे में महिला मार्किट से लाकर या ताजे एलोवेरा के पत्ते को काटकर जैल पेट पर लगाएं। और रातभर के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर पेट साफ़ कर लें। ऐसा करने से भी स्ट्रेचमार्क्स से बचे रहने और स्किन की नमी को बरकरार रखने में मदद मिलती है।
अंडे का सफ़ेद भाग
गर्भावस्था के दौरान कभी कभार अंडे को फोड़कर उसके सफ़ेद भाग को अलग कर लें। उसके बड़ा उसे फेटकर पेट पर लगाएं। और सूखने के बाद पेट को साफ़ पानी से साफ़ कर लें। उसके बाद पेट पर जैतून का तेल लगाएं ऐसा करने से भी प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
निम्बू का रस
प्रेगनेंसी के दौरान निम्बू का रस निकालकर पेट पर लगाएं और सूखने के बाद साफ पानी से पेट को साफ़ कर दें। निम्बू का इस्तेमाल करने से भी आपको स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
आलू का रस
आलू को कद्दूकस करके उसका रस निकाल लें उसके बाद इस रस को पेट पर लगाएं और सूखने के बाद साफ़ कर दें। आलू का रस भी प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले सरीचमार्क्स से बचे रहने का एक बेहतरीन उपाय होता है।
तो यह हैं वो 10 टिप्स जिन्हे प्रेगनेंसी के दौरान ट्राई करने से स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आप भी इन टिप्स को प्रेगनेंसी के दौरान जरूर ट्राई करें ताकि आपको स्ट्रेचमार्क्स की समस्या से बचे रहने में मदद मिल सके।
Tips to avoid stretchmarks during pregnancy