प्रेगनेंसी के दौरान महिला शारीरिक व् मानसिक रूप से बहुत से बदलाव का अनुभव करती है। और जैसे जैसे डिलीवरी का समय पास आता है वैसे वैसे महिला और ज्यादा तनाव में आ सकती है। ज्यादातर ऐसा उन महिलाओं के साथ होता है जो पहली बार माँ बन रही होती है। जैसे की डिलीवरी किस तरीके से होगी, डिलीवरी के दौरान बच्चे को कोई परेशानी तो नहीं होगी, डिलीवरी के समय बच्चे को कोई दिक्कत तो नहीं होगी, जैसे सवाल प्रेग्नेंट महिला के मन में लगातार घूम रहे होते हैं।
लेकिन ऐसे में महिला को तनाव लेने की बजाय अपने आप को शांत रखना चाहिए। क्योंकि तनाव लेने से महिला की मुश्किलें बढ़ती है और शांत रहने से महिला की दिक्कतों को कम करने में मदद मिलती है। तो आइये अब जानते हैं की डिलीवरी का तनाव कम करने के लिए महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
दूसरों की बातों को न सुनें
जब आपकी डिलीवरी का समय पास आने वाला होगा तो हो सकता है की आपकी सहेलियां या रिश्तेदार कोई भी आपसे अपनी डिलीवरी के एक्सपीरियंस को शेयर करेगा। इसमें से कुछ एक्सपीरियंस अच्छे होंगे तो कुछ बुरे होंगे। ऐसे में आपको इस बात को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देना है की जैसा उनके साथ हुआ है वैसा आपके साथ भी होगा। ऐसे में आपको उनकी बातों को सुनकर भी अनसुना कर देना चाहिए। ताकि आपको तनाव न हो और आप बिल्कुल स्वस्थ रहें।
मैडिटेशन करें
डिलीवरी को लेकर तनाव को कम करने के लिए मैडिटेशन करना बहुत फायदेमंद होता है। क्योंकि मैडिटेशन करने से महिला को मानसिक रूप से रिलैक्स रहने में मदद मिलती है। जिससे महिला फ्रैश व् ऊर्जा से भरपूर महसूस करती है और महिला को डिलीवरी को लेकर तनाव को कम करने में मदद मिलती है। मैडिटेशन के साथ आप योगासन भी कर सकती है क्योंकि योगासन भी प्रेग्नेंट महिला को शारीरिक व् मानसिक रूप से फिट रखने के लिए फायदेमंद होता है।
आराम करें
आराम करना गर्भवती महिला के लिए बहुत जरुरी होता है क्योंकि आराम करने से गर्भवती महिला को केवल शारीरिक रूप से ही आराम महसूस नहीं होता है बल्कि आराम करने से प्रेग्नेंट महिला मानसिक रूप से भी रिलैक्स महसूस करती है। ऐसे में डिलीवरी को लेकर तनाव को कम करने के लिए महिला को भरपूर आराम करना चाहिए।
हेल्थी डाइट
पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन भी डिलीवरी के समय होने वाले तनाव को कम करने में मदद करता है। क्योंकि पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करने से गर्भवती महिला ऊर्जा से भरपूर और एक्टिव रहती है। जिससे गर्भावस्था के दौरान व् डिलीवरी के पास महिला को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
परिवार के साथ समय बिताएं
जब प्रेग्नेंट महिला अकेली रहती है तो महिला के मन में न चाहते हुए भी बहुत सी बातें घूमते रहती है जिसकी वजह से महिला तनाव में आ जाती है। ऐसे में डिलीवरी को लेकर तनाव को कम करने के लिए जितना हो सके महिला को परिवार के साथ समय बिताना चाहिए। क्योंकि परिवार के साथ समय बिताने से आपके मन में दिमाग में उल्टे ख्याल आने बंद हो जाते हैं जिससे आपको तनाव से बचे रहने में मदद मिलती है।
अपने मन में आ रहे सवालों का जवाब ढूंढे
कई बार मन में चल रहे सवालों का जवाब न मिलने के कारण भी महिला डिलीवरी का समय पास आने पर तनाव ले लेती है। ऐसे में इस परेशानी के समाधान के लिए गर्भवती महिला के मन में जितने भी सवाल चल रहे हो तो उनके जवाब के लिए आप अपने परिवार, डॉक्टर आदि से बात करें और उनके जवाब लें। ताकि आपको डिलीवरी के दौरान किसी भी तरह का तनाव न हो।
खुश रहें
माँ बनना महिला के लिए उसकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन लम्हा होता है ऐसे में महिला की डिलीवरी वो पल होता है जब वो अपने नन्हे मेहमान को अपनी लाइफ और इस दुनिया में स्वागत करती है। तो आप अपने बच्चे को इस दुनिया में बिना किसी परेशानी के लाना चाहती है तो ऐसे में जो भी आपको खुश रहना चाहिए। और डिलीवरी का समय पास आने पर यदि प्रेग्नेंट महिला खुश रहती है तो इससे डिलीवरी को लेकर होने वाले तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान डिलीवरी का समय पास आने पर महिला को रखना चाहिए यदि महिला इन बातों का ध्यान रखती है। तो ऐसा करने से महिला को डिलीवरी को लेकर होने वाले तनाव को कम करने में मदद मिलती है।