प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में पूरे नौ महीने तक हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं। जिसकी वजह से महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है साथ ही कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान मानसिक रूप से भी परेशान हो सकती है। शारीरिक परेशानियों के बढ़ने का एक कारण प्रेगनेंसी के दौरान इम्युनिटी का कमजोर होना भी होता है।
ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान महिला की इम्युनिटी सही रहें जिससे महिला और बच्चे को बिमारियों और संक्रमण से बचे रहने में मदद मिल सके इसके लिए जरुरी होता है की महिला अपना टीकाकरण करवाए। तो आज इस आर्टिकल में हम प्रेगनेंसी के दौरान कौन कौन सा टीकाकरण करवाना जरुरी होता है उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
गर्भावस्था में क्यों जरुरी है टीकाकरण
गर्भवती महिला का टीकाकरण इसीलिए जरुरी होता है ताकि महिला बिमारियों व् इन्फेक्शन से सुरक्षित रहे साथ ही गर्भ में शिशु का विकास अच्छे से होने में मदद मिल सके साथ ही शिशु को भी जन्म के समय किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
टीडैप वैक्सीन
गर्भवती महिला को टीडैप वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए क्योंकि इसे लगवाने से महिला को काली खांसी, टेटनस जैसी समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। टीडैप वैक्सीन में महिला को दो टीके लगाएं जाते हैं और यह टीके कब लगाएं जायेंगे इसके बारे में आपको डॉक्टर द्वारा बताया जाता है।
इंफ्लुएंजा का टीका
यह वैक्सीन बजी प्रेग्नेंट महिला को लगाईं जाती है इससे प्रेग्नेंट महिला की इम्युनिटी बूस्ट होती है जिससे प्रेग्नेंट महिला व् होने वाले बच्चे को बिमारियों से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
काली खांसी का टीका
कई बार डॉक्टर्स काली खांसी का टीका लगवाने की सलाह भी देते हैं ताकि गर्भवती महिला और शिशु को इस समस्या से बचे रहने में मदद मिल सके।
तो यह है कुछ टीके जो प्रेग्नेंट महिला को लगवाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिला को कौन सा टीका लगेगा या कौन सा नहीं इसके बारे में समय समय पर डॉक्टर द्वारा महिला को बता दिया जाता है। लेकिन महिला इस बात का ध्यान रखें की प्रेगनेंसी के दौरान महिला बिना डॉक्टरी सलाह के किसी भी तरह की दवाई का सेवन या टीकाकरण नहीं करवाएं क्योंकि इससे गर्भ में पाक रहे शिशु की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
Vaccination during pregnancy