घर में शिशु के आने की खबर से ही पूरा घर ख़ुशी से झूमने लगता है। साथ ही घर का सदस्य यह जानने के लिए भी उत्सुक होता है की घर में प्रिंस आएगा या परी आएगी। क्या आप भी यह जानने की इच्छुक है की आपको कैसे पता चलेगा की गर्भ में बेटा है या बेटी? यदि हाँ, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ट्रिक्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी।
ऐसे जानें गर्भ में बेटा है या बेटी है
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में बहुत से अलग अलग लक्षण महसूस होते हैं। और यह लक्षण देखकर आपको जानने में मदद मिलती है की आपके गर्भ में बेटा है या बेटी है। पुराने समय में भी जब महिला गर्भवती होती थी तब सभी महिला में दिखाई देने वाले लक्षणों को देखकर आने वाले शिशु को लेकर अंदाजा लगाते थे। तो आइये अब उन लक्षणों के बारे में जानते हैं जिन्हे देखकर आपको भी यह जानने में मदद मिलेगी की आपके गर्भ में बेटा है या बेटी है।
चेहरे पर दाग धब्बे
यदि गर्भवती महिला के चेहरे पर दाग धब्बे, पिम्पल की समस्या होती है तो यह लक्षण गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। और यदि महिला को ऐसी कोई समस्या नहीं होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
ख़ूबसूरती बढ़ना
गर्भावस्था के दौरान महिला के चेहरे पर निखार का बढ़ना गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। जबकि गर्भ में बेटी होने पर ऐसा माना जाता है की बेटियां माँ की ख़ूबसूरती को चुरा लेती है।
बालों से जानें
यदि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के बाल घने व् चमकदार हो गए हैं तो समझ जाइये की गर्भ में बेटा है लेकिन यदि महिला को बालों में ऐसा कोई बदलाव नज़र नहीं आएं तो गर्भ में बेटी हो सकती है।
बॉडी के बाल
यदि आपको प्रेगनेंसी के दौरान ऐसा महसूस हो की आपके शरीर के किसी हिस्से जैसे की हाथों पैरों के बाल तेजी से बढ़ रहे हैं तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। जबकि यदि आपके शरीर के बाल सामान्य गति से बढ़ रहे हैं तो यह गर्भ में बेटी होने लक्षण होता है।
खाने की इच्छा
प्रेगनेंसी के समय महिला को अलग अलग चीजें खाने की इच्छा होती है ऐसे में महिला की खाने की क्रेविंग को देखकर भी यह जानने में मदद मिलती है की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी है। यदि प्रेग्नेंट महिला की खट्टा, नमकीन, चटपटा खाने की इच्छा होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है जबकि यदि महिला की मीठी चीजों को खाने की इच्छा अधिक होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
दिल की धड़कन
गर्भ में पल रहे शिशु के दिल की धड़कन से भी यह अंदाजा लगाया जा सकता है की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा होगा या बेटी होगी। यदि गर्भ में शिशु की धड़कन 140 बीट्स प्रति मिनट से अधिक होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है जबकि यदि गर्भ में शिशु की धड़कन 140 बीट्स प्रति मिनट या फिर उससे कम होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
शरीर का तापमान
गर्भावस्था के दौरान शरीर के तापमान में बदलाव आना भी आम बात होती है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला के हाथ पैर प्रेगनेंसी के दौरान ठन्डे रहते हैं तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है और यदि महिला के हाथ पैर गर्म होते हैं तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
सूजन
यदि प्रेग्नेंट महिला को हाथों पैरों में सूजन ज्यादा रहती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
वजन
गर्भावस्था के दौरान यदि महिला का वजन ज्यादा बढ़ जाता है और पेट व् हिप्स बाहर की तरफ ज्यादा हो जाते हैं तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। जबकि यदि महिला का वजन ज्यादा नहीं बढ़ता है और पेट का आकार भी गोल होता है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
मॉर्निंग सिकनेस
प्रेगनेंसी के दौरान यदि मॉर्निंग सिकनेस यानी सुबह के समय उल्टी, जी मिचलाने की समस्या महिला को अधिक होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। जबकि यदि महिला को यह समस्या अधिक नहीं होती है या बिल्कुल नहीं होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
पेट पर लाइन
ऐसा माना जाता है की यदि गर्भावस्था के दौरान महिला के पेट पर एक भूरी लाइन बन जाती है यदि यह लाइन नाभि के ऊपर तक और नीचे तकपूरी लम्बी होती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। लेकिन यदि महिला के पेट पर या तो कोई लाइन नहीं बनती है या लाइन नाभि से नीचे की तरफ होती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
ब्रेस्ट साइज
गर्भावस्था के दौरान महिला के ब्रेस्ट साइज में फर्क आना आम बात है लेकिन यदि महिला को ऐसा महसूस हो की महिला का दायां स्तन बाएं स्तन से बड़ा है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। जबकि यदि महिला का बायां स्तन दाएं स्तन से बड़ा हो तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
सीने में जलन
जिन प्रेग्नेंट महिलाओं को सीने में जलन की समस्या अधिक रहती है उन महिलाओं के गर्भ में बेटी होने के चांस अधिक होते हैं।
पेट का आकार
गर्भवती महिला के पेट के आकार से भी यह जानने में मदद मिलती है की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी है। यदि प्रेग्नेंट महिला का पेट आगे से गोल और थोड़ा नीचे की तरफ झुका हुआ है तो यह गर्भ में बेटा होने की तरफ इशारा करता है। जबकि यदि महिला का पेट आगे से बाहर की तरफ निकला हुआ और ऊपर की तरफ महसूस होता है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
सोने का तरीका
यदि प्रेग्नेंट महिला बाईं तरफ होकर सोने में आराम महसूस करती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। जबकि यदि कोई प्रेग्नेंट महिला दाईं तरफ होकर सोना पसंद करती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
यूरिन का रंग
प्रेग्नेंट महिला यदि भरपूर पानी का सेवन करती है लेकिन फिर भी यूरिन यदि ज्यादा पीला आता है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है। जबकि यूरिन का सामान्य या थोड़ा गुलाबी सफ़ेद आता है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है।
महीने और उम्र से जानें
यदि प्रेग्नेंट महिला की उम्र और गर्भाधारण करने के महीना दोनों ही या तो सम संख्या है या विषम संख्या है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है। लेकिन यदि एक संख्या सम है और एक विषम है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
अंगूठी घुमाकर पता करें की बेटा होगा या बेटी होगी
यह तरीका थोड़ा मज़ाकिया है लेकिन अधिकतर लोग इस तरीके को ट्राई करके भी यह पता करते हैं की गर्भ में पल रह शिशु बेटा होगा या बेटी होगी। इसे ट्राई करने के लिए ध्यान रखें की एक धागे में एक अंगूठी को पेट के ऊपर लटकाएं। अगर यह अंगूठी गोल घूमती है तो यह गर्भ में बेटी होने का लक्षण होता है और यदि अंगूठी आगे पीछे घूमती है तो यह गर्भ में बेटा होने का लक्षण होता है।
तो यह हैं वो लक्षण जिन्हे देखकर आप भी अंदाजा लगा सकते हैं की गर्भ में पल रहा शिशु बेटा है या बेटी है। लेकिन ध्यान रखें की यह केवल अंदाजा ही है ऐसा जरुरी भी नहीं है की यह सच हो और ऐसा भी हो सकता है की आपका अंदाजा सही हो।
Ways to predict baby’s gender during pregnancy