प्रेगनेंट महिलाओं के लिए मार्च और अप्रैल महीने, कैसे गर्भवती महिलाये रखें अपना खयाल मार्च और अप्रैल में, How to take care of Pregnant Woman in March and April
गर्भावस्था का समय सभी महिलाओं के लिए ख़ास होता है। इस समय में बहुत सारी बातों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे क्या खाना और क्या नहीं खाना है, किस समय में कैसे कपड़े पहनने है आदि। जैसा की हम सभी जानते है के मार्च का महीना शुरू हो चूका है और अप्रैल का महीना जल्दी ही आने वाला है, इन दोनों ही महीनों में एक गर्भवती महिला को अपना ख़ास ध्यान रखने की जरुरत होती है।
आइये जानते है इन दिनों में एक प्रेगनेंट महिला को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
मार्च का महीना
मार्च के महीने मिलेजुले दिनों का होता है इन दिनों में गर्भवती महिला को जरा भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
ठंडी और गर्मी का मेलजोल:
- मार्च के महीने में दिन में गर्मी और रात में सर्दी होती है।
- ऐसे में एक प्रेग्नेंट महिला को अपना ख़ास ध्यान रखना चाहिए।
- एकदम से गर्म कपड़ो का इस्तेमाल बंद नहीं करना चाहिए।
- गर्म कपड़ो को ना पहनने से फ्लू होने का डर लगा रहता है।
- आपने देखा होगा अक्सर एक नार्मल इंसान को खांसी होने से अंदर तक की आंते खिंच जाती है।
- एक गर्भवती महिला को अगर खांसी हो जाए तो इसका असर उनके शिशु की सेहत पर भी पड़ता है।
- महिला के साथ साथ शिशु की आंतो के खींचने का भी डर रहता है।
- गर्भवती महिला को फ्लू और खांसी होने से शिशु के स्वास बंद होने का खतरा भी बना रहता है।
- ऐसे में जरुरी है के गर्भवती महिला अच्छे से गर्म कपड़े पहनकर रहे।
- दिन की थोड़ीसी धुप और गर्मी के कारण गर्मी के कपड़े ना पहने।
- इस वर्ष के मार्च महीने में वैसे भी बहुत से बदलाव हो रहे है।
- गर्भवती महिलाओं को अपने पहनने और ओढ़ने का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
भोजन का ध्यान:
- इस ठंड और गर्म मौसम में जरूरी है के पहनने के साथ साथ अपने खाने का भी विशेष ध्यान रखे।
- दिन की गर्मी को देखते हुए ठंडे पेय प्रदार्थो का प्रयोग ना करें।
- भोजन में ठंडी चीजों का सेवन ना करें।
- गर्भवती महिला जैसा भोजन सर्दियों में खा रही थी वैसा ही इसी महीने में भी लेती रहें।
- फ्रीज़ की चीजों का इस्तेमाल ना करें।
- प्रेग्नेंट महिलाओं का ठंडी चीजों के सेवन से फ्लू होने का खतरा बढ़ जाता है।
अप्रैल का महीना
अप्रैल के महीने में गर्मियों के दिन आ जाते है। आइये जानते है इन दिनों में एक गर्भवती महिला को कैसे अपना ध्यान रखना चाहिए।
केसर और बादाम:
- कुछ गर्भवती महिलाये सर्दियों में केसर और बादाम के दूध पीती है।
- अगर आप भी उसका सेवन कर रही थी तो अप्रैल के महीनें में बादाम वाला दूध पीना बंद कर दीजिये।
- केसर और बादाम दोनों की ही तासीर गर्म होती है।
- अप्रैल के माह में इनका प्रयोग गर्भवती महिला में लिए नुक्सानदायक हो सकता है।
- यदि आप चाहिए तो भीगे हुए बादाम का छिलका उतारकर सेवन कर सकती है।
- भीगे हुए बादाम गर्भवती महिलाओं को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
पानी का सेवन:
- अप्रैल के महीने में गर्मियों का मौसम शुरू हो जाता है।
- गर्मियों से बचने के लिए जरुरी है के गर्भवती महिलाये पानी का सेवन अच्छे से करें।
- ठन्डे पानी का सेवन अभी भी ना करें।
- पहले की अपेक्षा ली जाने वाली पानी की मात्रा को जरूर बढ़ा दे।
- ठंडे शरबतों का सेवन ज्यादा ना लें।
- दोपहर की गर्मी में एकदम से बाहर से आने पर ठंडे पानी का सेवन ना करें।
पानी वाले फल:
- गर्मियों में बहुत से पानी वाले फल आते है जैसे तरबूज, खरबूजा और आम आदि।
- गर्भवती महिलाये अभी इन फलों का ना खाये।
- अप्रैल में बाजारों में मिलने वाले यह फल अच्छे से पके नहीं होते।
- इन फलों को केमिकल्स का प्रयोग करके पकाया गया होता है।
- अप्रैल माह में आम और तरबूज का प्रयोग आपके शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है।
- पानी वाले फलों को खाने के लिए मई के महीने का इंतजार करें।
कहने को यह सभी बहुत छोटी छोटी बाते है पर एक गर्भवती महिला के लिए बेहद ही जरुरी ध्यान देने योग्य बाते है। कब क्या खाना है, क्या पहनना है, क्या ओढ़ना है, कब पानी पीना, किस समय में कौन से फल खाने है यह सभी बातें एक प्रेग्नेंट महिला और उसके शिशु की स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरुरी होती है। आपकी थोड़ी सी सावधानी आपके शिशु को हर बीमारी से बचाकर रखती है।