गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ना आम बात होती है। और गर्भवती महिला का वजन 11 से 15 किलो तक बढ़ सकता है। यदि गर्भ में जुड़वां बच्चे को तो महिला का वजन 18 किलो तक बढ़ सकता है। यदि प्रेगनेंसी के दौरान इतना वजन बढ़ता है तो कोई बात नहीं होती है। लेकिन यदि इससे ज्यादा वजन बढ़ जाता है तो इसके कारण गर्भवती महिला और बच्चे दोनों को परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है। जैसे की:
गर्भावस्था के दौरान ज्यादा वजन बढ़ने के कारण बच्चे को होने वाली दिक्कत
- गर्भपात का खतरा होता है।
- वजन बढ़ने के कारण जो परेशानियां माँ को होती है वो बच्चे को होने का भी खतरा होता है जैसे की शुगर, हदय सम्बन्धी परेशानी आदि।
- बच्चे के दिमागी विकास पर भी असर पड़ सकता है।
- बच्चे का वजन भी जरुरत से ज्यादा हो सकता है जिसकी वजह से गर्भ में शिशु को दिक्कत होती है।
गर्भावस्था में अधिक वजन बढ़ने के कारण महिला को होने वाली दिक्कत
- जेस्टेशनल डाइबिटीज़ का खतरा होता है।
- हाई ब्लड प्रैशर की समस्या होती है।
- उठने, बैठने, लेटने में परेशानी का अनुभव।
- प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी के समय होने वाली परेशानियां बढ़ जाती हैं।
- समय से पहले बच्चे का जन्म का खतरा।
- सिजेरियन डिलीवरी के चांस बढ़ते हैं।
- महिला का वजन जरुरत से ज्यादा होने पर डॉक्टर को गर्भ में बच्चे की सही जांच करने में ज्यादा दिक्कत होती है।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान वजन घटाया जा सकता है?
गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ना अच्छी बात होती है लेकिन जरुरत से ज्यादा वजन बढ़ना अच्छी बात नहीं होती है। ऐसे में यदि महिला का वजन ज्यादा बढ़ जाये तो महिला चाहे तो अपने वजन को नियंत्रित कर सकती है। ऐसे में महिला को वजन नियंत्रित करते समय इस बात का ध्यान रखना जरुरी होता है कि वजन कम करने के लिए महिला जो भी टिप्स ट्राई करती हैं उनसे माँ या बच्चे को कोई दिक्कत न हो।
जैसे की वजन कम करने के लिए प्रेगनेंसी में भूखें रहना, गरम पानी पीना, ग्रीन टी पीना, बहुत ज्यादा व्यायाम करना, आदि प्रेग्नेंट महिला को नहीं करना होता है। साथ ही वजन कम करने के लिए महिला को एक बार डॉक्टर से राय लेना भी जरुरी होता है। प्रेगनेंसी के दौरान वजन कम करने के लिए महिला किन किन तरीको का इस्तेमाल कर सकती है जो महिला को नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं आइये जानते हैं।
गर्भावस्था के दौरान वजन कम करने के टिप्स
प्रेग्नेंट महिला का वजन प्रेगनेंसी के दौरान अधिक बढ़ जाता है या प्रेग्नेंट महिला का वजन पहले से ही ज्यादा होता है। तो ऐसे में गर्भावस्था के दौरान कुछ छोटे छोटे टिप्स का ध्यान रखने से महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अपने वजन को सही रखने में मदद मिलती है। जैसे की:
थोड़ा थोड़ा खाएं
अधिकतर गर्भवती महिलाएं यही सोचती है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला को को दो लोगो के जितना खाना खाना चाहिए। जबकि ऐसा नहीं है क्योंकि जरुरत से ज्यादा खाने के कारण महिला का वजन जरुरत से ज्यादा बढ़ सकता है। ऐसे में महिला को खाना खाते समय ध्यान रखना है की महिला ज्यादा तेल मसाले वाला आहार, जरुरत से ज्यादा खाना न खाएं। महिला को थोड़ा थोड़ा करके खाना चाहिए जिससे खाना अच्छे से हज़म भी हो जाये और महिला को पोषक तत्व भी मिलें। यदि महिला इस बात का ध्यान रखती है तो ऐसा करने से प्रेग्नेंट महिला के वजन को सही रहने में मदद मिलती है।
फाइबर युक्त डाइट
प्रेगनेंसी के दौरान वजन को कण्ट्रोल रखने के लिए महिला को ऐसी चीजें खानी चाहिए जिसमें फाइबर की मात्रा भरपूर हो। क्योंकि फाइबर युक्त आहार पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। जिससे शरीर पर फैट का जमाव नहीं होता है और गर्भवती महिला के वजन को नियंत्रित रहने में मदद मिलती है।
पानी पीएं भरपूर
गर्भावस्था के दौरान पानी का भरपूर सेवन करें पानी का सेवन करने से आपको भरा भरा महसूस होता है जिससे जरुरत से ज्यादा भूख लगने की समस्या नहीं होती है। और महिला को अपने वजन को सही रहने में मदद मिलती है।
फलों का रस कम पीएं
गर्भावस्था के दौरान फलों का सेवन तो करें लेकिन ऐसे फलों व् उनके रस का कम सेवन करें जो अधिक मीठे होते हैं। और जूस तो जितना हो सके कम पीएं, क्योंकि जूस में मीठे की मात्रा अधिक होती है जो वजन को तेजी से बढ़ाती है।
व्यायाम
गर्भावस्था कोई बीमारी नहीं होती है की जिसमें केवल आपको आराम ही करना है। बल्कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको यदि फिट रहना है तो थोड़ी देर व्यायाम या योगासन भी जरूर करें। क्योंकि व्यायाम करने से प्रेग्नेंट महिला को फिट रहने में मदद मिलती है और बॉडी पर फैट का जमाव भी नहीं होता है। लेकिन ध्यान रखें की जरुरत से ज्यादा और ऐसा व्यायाम बिल्कुल न करें जिससे प्रेगनेंसी के दौरान आपकी परेशानी बढे। यदि आपको व्यायाम करने में दिक्कत है तो सुबह शाम वॉक जरूर करें।
स्विमिंग
यदि आपको स्विमिंग आती है तो हफ्ते में एक या दो बार स्विमिंग जरूर करें। क्योंकि स्विमिंग प्रेगनेंसी के दौरान सेफ भी होती है और स्विमिंग करने से वजन को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है।
तनाव नहीं लें
गर्भावस्था के दौरान तनाव लेना न केवल गर्भवती महिला की मुश्किलों को बढ़ाता है। बल्कि तनाव लेने के कारण महिला का वजन भी ज्यादा हो सकता है।
प्रेगनेंसी में वजन कम करने के अन्य तरीके
- खाने के तुरंत बाद सोएं नहीं।
- जब भी खाना खाएं उसके साथ पानी पीने से बचें।
- ज्यादा मीठी चीजों का सेवन नहीं करें।
- खाने में ज्यादा लम्बे लम्बे गैप नहीं रखें।
- ऐसा आहार खाने से बचें जिसे आपको पचाने में दिक्कत हो।
- नींद भरपूर लें।
- सलाद जरूर खाएं।
- दिन में एक कटोरी दही का सेवन जरूर करें।
- अपने प्रीनेटल विटामिन्स जरूर लें ताकि शरीर को जरुरी पोषक तत्व मिल सकें जिससे आपको जरुरत से ज्यादा कैलोरी युक्त आहार न खाने पड़े।
गर्भवती महिला कब नहीं करें वजन कम करने की कोशिश?
- गर्भवस्था में यदि कॉम्प्लीकेशन्स हो।
- डॉक्टर ने बेड रेस्ट बोला हो।
- बहुत मुश्किल से प्रेगनेंसी हुई हो।
- उम्र अधिक हो।
- थकान, कमजोरी जैसी शारीरिक परेशानियां अधिक हो।
तो यह हैं गर्भावस्था में वजन कम करने से जुड़े कुछ टिप्स, यदि आप भी माँ बनने वाली है और आपका भी वजन जरुरत से ज्यादा बढ़ रहा है तो आपको भी इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान माँ व् बच्चे दोनों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
Weight Loss in Pregnancy