गर्भ में बच्चे का विकास महिला केवल महसूस करती है लेकिन जन्म के बाद महिला बच्चे के विकास का अनुभव अपने सामने करती है। इसीलिए बच्चे के जन्म के बाद बच्चे द्वारा कोई भी पहली हरकत करना, माँ बाप के लिए बहुत ही रोमांचक पल होता है। ऐसे में बच्चे का पहली बार हंसना हो, बैठना हो, लुढ़कना पलटना हो, चलना हो, पहले शब्द का मुँह से निकलना हो, आदि सभी बहुत बेहतरीन पल होते हैं।
साथ ही माँ बाप इस में इन चीजों को लेकर बहुत उत्सुकता भी होती है की कब हमारा बच्चा बैठेगा, चलेगा, मम्मा बोलेगा, पापा बोलेगा, कब उलटना पलटना शुरू करेगा, आदि। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको जन्म के बाद आपका बच्चा कब तक उलटना पलटना शुरू कर देता है इस बारे में बताने जा रहे हैं।
जन्म के बाद कब करता है उलटना पलटना शुरू?
बच्चे के उलटने पलटने के लिए बच्चे की गर्दन में स्पोर्ट, हाथ की मांसपशियों की मजबूती आदि का होना जरुरी होता है। ऐसे में बच्चे एक दम से उलटना पलटना शुरू नहीं कर देते हैं। बल्कि पहले बच्चे पेट व् पीठ की तरफ से जोर लगाना शुरू करता है और थोड़ा रोल होना शुरू करता है। जब बच्चा ऐसा रोजाना करता है तो धीरे धीरे उसके हाथों, सिर, गर्दन की मांसपशियों में मजबूती आनी शुरू हो जाती है। जिससे वो कोशिश करते करते धीरे धीरे उलटना पलटना शुरू कर देता हैं।
ज्यादातर बच्चे दो से तीन महीने में उलटना पलटना शुरू करने की कोशिश करते हैं और लगभग चार से पांच महीने में उलटना पलटना शुरू कर देते हैं। और छठे सातवें महीने में बच्चा अपने आप पूरी तरह से उलट भी जाता है पलट भी जाता है और कुछ बच्चे अच्छे से बैठना भी शुरू कर देते हैं। और यह वो समय होता है जब आपको अपने बच्चे के ज्यादा पास रहने की जरुरत होती है।
क्योंकि आपको पता नहीं चलता है की कब बच्चे खेलते खेलते उलटी पलटी मारकर नीचे गिर जाते हैं। लेकिन ऐसा जरुरी नहीं होता है की सभी बच्चे एक ही समय पर ऐसा करना शुरू कर देते हैं कुछ बच्चे समय से पहले तो कुछ थोड़े समय के बाद ऐसा करना शुरू करते हैं।
महीने दर महीने बच्चे में कैसे करते हैं उलटने पलटने की कोशिश
- पहले महीने में बच्चा अपने सिर को थोड़ा उठाने और मोड़ने की कोशिश करता है।
- दूसरे महीने में शिशु सिर को उठाने के साथ अपने हाथों पैरों पर जोर लगाते हुए पेट की तरफ से उल्टा होने की कोशिश कर सकता है।
- तीसरे में महीने बच्चे की गर्दन में भी थोड़ा नियंत्रण आने लगता है और बच्चा अब और ज्यादा कोशिश करता है और कुछ बच्चे तो पेट की तरफ से जोर लगाकर उलटना शुरू कर देते हैं।
- चौथे महीने में बच्चे के सिर पर नियंत्रण हो जाता है, गर्दन साथ देने लगती है, जिससे बच्चा अच्छे से मूव करने लग जाता है। कुछ बच्चे इस दौरान उल्टे तो हो जाते हैं लेकिन पलट कर सीधे नहीं हो पाते हैं।
- पांचवें महीने में कुछ बच्चे पेट से उलटना शुरू करते हैं तो कुछ बच्चे पलटना भी शुरू कर देते हैं।
- छठे महीने में ज्यादातर बच्चे उलटना भी शुरू कर देते हैं और आसानी से उलटना भी शुरू कर देता है।
कैसे करें बच्चे को उलटने पलटने के लिए प्रेरित
- बच्चे की अच्छे से मालिश करें ताकि बच्चे की मांसपशियाँ मजबूत हो और बच्चा उलटने पलटने की कोशिश कर सके।
- तासरे महीने में आप बच्चे को कुछ बिछाकर नीचे लिटाएं और उसके आस पास खिलौने रखें बच्चा रंगों की तरफ आकर्षित होता है जिससे वो उन्हें पकड़ने के लिए उलटने पलटने के लिए कोशिश करता है।
- बच्चा जब लेता हुआ हो तो उसके सिर से ऊपर खिलौना दिखाएं बच्चा जब उसे पकड़ने की कोशिश करेगा तो अपने सिर को ऊपर उठाने की कोशिश करेगा जिससे उसकी मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी।
- आप दिन में थोड़ी देर बच्चे को उल्टा लिटाएं और फिर उसे सीधा करें।
- आप बच्चे के साथ लेटकर उल्टे पलटे ऐसा करने से भी आपका बच्चा थोड़ा सीखने लगता है।
तो यदि आपने भी अभी अभी बच्चे को जन्म दिया है तो बच्चे के बेहतर विकास के लिए आपको उसकी मालिश करनी चाहिए, स्तनपान अच्छे से करवाना चाहिए, बच्चे को भरपूर आराम करवाना चाहिए। यदि आप इन सभी बातों का ध्यान रखती है तो आपका बच्चा बहुत जल्दी ग्रो करता है।