आज के समय में ऐसे बहुत से कपल्स है जो बहुत कोशिश के बाद भी माँ बाप नहीं बन पा रहे हैं। और बच्चा न होने का कोई एक कारण नहीं होता है ऐसे बहुत से कारण होते हैं जिनकी वजह से यह परेशानी होती है। साथ ही बच्चा न होने की जिम्मेवार केवल महिला ही नहीं बल्कि पुरुष भी हो सकते हैं। लेकिन आज कल इस समस्या के उपचार के लिए मेडिकल में सुविधा दी गई है जिससे उन कपल्स की समस्या का समाधान किया जा सकता है जो बहुत कोशिश करने के बाद भी माँ बाप नहीं बन पा रहे हैं। और वो सुविधा है IVF यानी इन विट्रो फर्टिलाइज़शन। तो आइये अब इस सुविधा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
IVF क्या है?
IVF एक फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है जो उन लोगो की मदद करता है जो बच्चा पैदा करने में असमर्थ होते हैं। इस प्रक्रिया में महिला के अंडाशय में से अंडा निकाला जाता है। और पुरुष के स्पर्म को इंजेक्शन में डालकर अंडे को इंजेक्ट किया जाता है। उसके बाद अंडे को महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। जिससे महिला का गर्भाधारण हो जाता है।
किन महिलाओं को इन विट्रो फर्टिलाइज़शन की जरुरत पड़ती है?
- जिन महिलाओं को बहुत कोशिश करने के बाद भी प्रेगनेंसी नहीं होती है वो इस तरीके का सहारा ले सकती है।
- यदि महिला के प्रजनन अंगों में किसी तरह की समस्या है जैसे की फैलोपियन ट्यूब का ब्लॉक होना, आदि और महिला प्राकृतिक तरीके से गर्भवती नहीं हो सकती है तो महिला को IVF करवाने की सलाह दी जाती है।
- अनियमित माहवारी से जूझ रही महिलाएं, मासिक धर्म बंद हो गया हो वो महिलाएं, इस तरीका का सहारा ले सकती है।
- एक उम्र होने के बाद अंडाशय में अंगो की गुणवत्ता में कमी आने लगती है जिसकी वजह से महिला प्रेग्नेंट नहीं हो पाती है। ऐसे में बढ़ती उम्र में जो महिलाएं प्रेगनेंसी चाहती है उन महिला को IVF करवाने की सलाह दी जाती है।
- केवल महिलाओं में कमी होने के कारण ही IVF का सहारा नहीं लिया जाता है बल्कि यदि किसी पुरुष के शुक्राणु की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है तो भी महिला इस तरीके का इस्तेमाल करके गर्भाधारण कर सकती है।
यदि आपको भी प्रेगनेंसी में कोई दिक्कत आ रही है, उम्र बढ़ती जा रही है, रोजाना सम्बन्ध बनाने पर भी गर्भ नहीं ठहर रहा है, आदि। तो आप भी एक बार डॉक्टर से जाँच जरूर करवाएं ताकि आपको भी माँ बाप बनने की रह में आ रही मुश्किलों को दूर करने में मदद मिल सके।
Which women need IVF?