प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के लिए अपने खान पान का विशेष ध्यान रखना जरुरी होता है। क्योंकि बेहतर खान पान प्रेग्नेंट महिला को स्वस्थ रखने के साथ पेट में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में मदद करता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को प्रोटीन, विटामिन्स, फैटी एसिड, फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, जैसे पोषक तत्वों से युक्त खाद्य पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है। और इन सभी में जिंक का नाम भी शामिल है आज इस आर्टिकल में हम आपसे प्रेगनेंसी के दौरान जिंक के सेवन के बारे में बात करने जा रहे हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान जिंक का सेवन क्यों जरुरी होता है?
जिंक का सेवन करना माँ और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन यदि महिला के शरीर में जिंक की कमी होती है तो इसकी वजह से गर्भ में पल रहे शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर तरीके से नहीं हो पाता है साथ ही शिशु को जन्म दोष होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिला की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, समय से पहले बच्चे के जन्म का खतरा हो जाता है, आदि। ऐसे में माँ और बच्चे को यह समस्याएँ नहीं हो इसके लिए प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान और प्रेगनेंसी प्रेगनेंसी से पहले ही जिंक का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
प्रेगनेंसी में जिंक का सेवन करने के फायदे
गर्भवती महिला यदि जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करती है तो इससे एक नहीं बल्कि कई फायदे मिलते हैं। और यह बेहतरीन फायदे माँ और बच्चे दोनों को मिलते हैं। जैसे की:
- बच्चे का शारीरिक विकास अच्छे से होता है।
- शिशु के मस्तिष्क के बेहतर विकास में मदद मिलती है।
- गर्भवती महिला का गर्भपात व् समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा कम होता है।
- गर्भनाल को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
- जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला की इम्युनिटी बढ़ती है जिससे संक्रमण व् बिमारियों के खतरे से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
- डिलीवरी के बाद महिला के स्तनों में दूध का उत्पादन अच्छे से होता है।
शरीर में जिंक की कमी के लक्षण
यदि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में जिंक की कमी होती है। तो महिला को शरीर में बहुत से अलग अलग लक्षण महसूस हो सकते हैं। जिन्हे देखकर महिला यह जान सकती है की शरीर में जिंक की कमी है या नहीं। जैसे की:
- जिंक की कमी होने पर महिला को इन्फेक्शन की समस्या अधिक हो सकती है।
- बालों के झड़ने की समस्या अधिक हो सकती है।
- स्वाद का अनुभव कम हो जाता है।
- सूंघने की क्षमता में कमी आ जाती है।
- भूख कम लगती है।
- घाव भरने में समय अधिक लगता है।
- धुंधलापन महसूस होना आदि।
जिंक युक्त खाद्य पदार्थ
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए महिला जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती है। जैसे की बीन्स, चिकन, काजू, काबुली चना, ओटमील, दूध, दही, दालें, आदि।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान जिंक का सेवन करने से जुड़े टिप्स, यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान जिंक युक्त डाइट जरूर लेनी चाहिए। ताकि प्रेग्नेंट महिला और बच्चे दोनों को जिंक की कमी के कारण किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो।
Zinc during Pregnancy